किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) एक बार फिर से संगठन को बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया और कहा कि फ्री बिजली देने का वादा करके अब नलकूपों पर मीटर लगाकर किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। 10 साल से अधिक के हो चुके ट्रैक्टरों को रोका जा रहा है और अब ये ट्रैक्टर इस बार दिल्ली के बजाय लखनऊ की तरफ मुड़ सकते हैं। टिकैत ने एक बार फिर से किसानों से संगठन को आगे बढ़ाने की अपील की है।
टिकैत शुक्रवार (3 मई 2022) को मेरठ के जंगेठी गाँव में स्थित धर्मेश्वरी फॉर्म हाउस पर भारतीय किसान यूनियन की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उसी दौरान उन्होंने ये बयान दिया। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर उनकी हत्या कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया। इसके साथ ही टिकैत ने भाकियू के पदाधिकारियों से संगठन को मजबूत बनाने के लिए इसका विस्तार करने को कहा। उन्होंने सरकार पर भाकियू को कमजोर करने का आरोप लगाया और दावा किया, “अगर आपस में उलझ गए तो सरकार हमें मरवा देगी।”
किसान नेता का मानना है कि एकजुट रहेंगे तो ही ताकतवर रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कर्नाटक में उन पर हुए हमले को साजिश करार दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उन्हें कुछ होता है तो संगठन के लाखों टिकैत इंकलाबी झंडे उठाएँगे।
गौरतलब है कि पिछले महीने 15 मई 2022 को भारतीय किसान यूनियन से राकेश टिकैत को बाहर निकाल दिया गया था। इसके साथ ही उनके भाई नरेश टिकैत को भी भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। उनके स्थान पर राजेश सिंह चौहान को नया अध्यक्ष बनाया गया था।
क्या हुआ था राकेश टिकैत के साथ
भारतीय किसान यूनियन से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद राकेश टिकैत ने 30 मई 2022 को कर्नाटक के बेंगलुरू में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एक शख्स ने माइक से राकेश टिकैत को पीट दिया। इसके साथ ही उनके चेहरे पर काली स्याही भी फेंकी गई।