AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर अपमानजनक भाषाओं का इस्तेमाल करने व साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के मामले में फँस गए हैं। उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, कोविड नियमों का उल्लंघन करने के मामले में केस दर्ज किया है।
AIMIM प्रमुख के खिलाफ उनकी पार्टी की रैली के बाद बाराबंकी शहर पुलिस स्टेशन में गुरुवार (9 सितंबर 2021) की रात को प्राथमिकी दर्ज की गई। ओवैसी पर इंडियन पीनल कोड की धारा 153ए (धर्म, जाति आदि के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देना), 188 (लोक सेवक के आदेश की अवहेलना करना), 269 (लापरवाही से जीवन के लिए खतरनाक बीमारी फैलने की संभावना), 270 (घातक कार्य से बीमारी का संक्रमण फैलने की संभावना) के तहत केस दर्ज किया गया है। बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने कहा कि उनके खिलाफ महामारी अधिनियम लगाया गया है।
एसपी ने कहा कि ओवैसी गुरुवार को कटरा चंदना में पार्टी की रैली में भारी भीड़ जुटाकर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया है, जो कि कोविड गाइडलाइंस के खिलाफ है। पुलिस अधिकारी ने कहा, “अपने भाषण में AIMIM प्रमुख ने साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए बयान दिया और कहा कि 100 साल पुरानी राम सनेही घाट मस्जिद को प्रशासन ने गिरा दिया था और इसका मलबा भी हटा दिया गया था। जबकि, यह तथ्य से बिल्कुल उल्टा है।”
He also used abusive language against the Prime Minister & Chief Minister of UP in his speech. A case has been registered under various sections of the IPC & Epidemic Diseases Act: Yamuna Prasad, SP Barabanki (08.09)
— ANI UP (@ANINewsUP) September 9, 2021
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, इस तरह का बयान देकर AIMIM सांसद ने साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और समुदाय विशेष की भावनाओं को भड़काने की कोशिश की है। इसके अलावा उन्होंने पीएम और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अभद्र और निराधार टिप्पणी की थी।
पीएम मोदी पर लगाया था आधारहीन आरोप
उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे के दौरान ओवैसी ने पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए उन पर ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। AIMIM सांसद ने धर्मनिरपेक्षता को खत्म करने का भी आरोप लगाया। तीन तलाक कानून की आलोचना करते हुए ओवैसी ने कहा, “बीजेपी नेता तलाक के अधीन मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अन्याय की बात करते हैं, लेकिन हिंदू महिलाओं की दुर्दशा के मुद्दे पर चुप रहते हैं जिन्हें उनके पुरुषों ने त्याग दिया है।”
उन्होंने कहा, “मेरी भाभी (पीएम मोदी की पत्नी) गुजरात में अकेली रहती हैं, लेकिन किसी के पास उनका जवाब नहीं है।”