उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आज (अगस्त 30, 2021) श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में भाग लेने मथुरा पहुँचे। कृष्णोत्सव का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कृष्ण भक्तों को संबोधित किया। राधे-राधे के जयकारे से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए सीएम योगी ने बताया कि बहुत इच्छा होने के बावजूद वो पिछले कुछ सालों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहे थे।
जनपद मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव-2021 कार्यक्रम के आयोजन में सम्मिलित होते #UPCM श्री @myogiadityanath जी https://t.co/pAZuj0w1wn
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 30, 2021
कार्यक्रम से संबंधित वीडियो में मुख्यमंत्री ने 16 मिनट से लेकर 38 मिनट के स्लॉट पर अपनी बात रखी। कोरोना हालातों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “कोरोना नियंत्रण में है लेकिन सावधानी अपेक्षित है। वृंदावन बिहारी लाल से प्रार्थना है कि जैसे आपने यहाँ अनेक राक्षसों का अंत किया था। वैसे ही कोरोना जैसे राक्षस का भी अंत करें। महामारी ने कई जानें लीं। पीएम के नेतृत्व में हमने काफी इंतजाम और कोशिश की, लेकिन ऐसे महामारी काल में सरकारी उपाय कम पड़ जाते हैं। जनता को भी आगे आकर इस अदृश्य शत्रु से लड़ना है।”
आगे उन्होंने याद दिलाया कि कैसे पहले के मुख्यमंत्री, विधायक, राजनेता मथुरा, अयोध्या का नाम लेने से डरते थे, हिंदू पर्वों पर बधाई देने से घबराते थे, बिजली-पानी, सुरक्षा भी नहीं दिया जाता था, हर्षोल्लास पर बंदिशें थीं, त्योहार मनाने के लिए समय की पाबंदी थी, लेकिन अब कान्हा का जन्मोत्सव धूमधाम से आधी रात में ही होता है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “पहले आपके (हिंदुओं के) पर्व और त्योहार पर बधाई देने के लिए न कोई मुख्यमंत्री आता था, न मंत्री और न विधायक आता था। भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों को छोड़ दें तो शेष दलों के लोग दूर भागते थे। लोग डरते थे। हिंदू पर्व और त्योहारों में कोई नहीं आता था, सहभागी नहीं बनता था। पर्व और त्योहारों में बंदिशें अलग से रहती थीं। बिजली-पानी नहीं होते थे, सुरक्षा नहीं होती थी, सफाई नहीं रहती थी। अलर्ट जारी होता था कि रात 12 बजे के बाद आप कार्यक्रम नहीं करेंगे। रंगोत्सव का काय्रक्रम नहीं करेंगे। अब तो ऐसी बंदिश नहीं है, यह राजनीतिक परिवर्तन है।”
पहले हिन्दुओं के त्योहारों पर बंदिशें लगाई जाती थीं लेकिन अब कोई बंदिश नहीं है… pic.twitter.com/uPt16Hx9ml
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 30, 2021
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद रामनाथ कोविंद पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किए। इससे पहले सरकारों में बैठे लोगों को पूजा करने में भी सांप्रदायिकता का भय होता था। जो पहले मंदिर जाने में संकोच करते थे, अब कहते हैं राम और कृष्ण हमारे हृदय में हैं।
कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान मुख्यमंत्री ने ब्रज के विकास का संकल्प दोहराया, उन्होंने कहा कि ब्रज तीर्थ विकास परिषद संतों के सानिध्य में है। अपने संबोधन के बाद सीएम ने कृष्ण जन्म स्थान स्थित भागवत भवन में पूजा-अर्चना भी की। इससे पहले उन्होंने केशवदेव के दर्शन किए और इसके बाद गर्भगृह में पहुँचकर भी ठाकुर जी के दर्शन किए। मंच पर संबोधन से पहले ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से किए गए विकास कार्यों की डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। इसके जरिए मथुरा क्षेत्र की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई।