सीपीआई (CPI) ने बीएमसी (BMC) से मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया को अपने कब्जे में लेकर उसे क्वारंटाइन सेंटर में बदल देने को कहा है। इस संबंध में सीपीआई के मुंबई काउंसिल के सचिव प्रकाश रेड्डी ने बीएमसी को पत्र लिखा है।
#कोरोना रुग्णासाठी एस आर ए च्या सदनिका नको अंबानीचा टॉवर #ॲन्टीलिया ताब्यात घ्या …..भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष @mybmc @Awhadspeaks @CMOMaharashtra @OfficeofUT @rajeshtope11 @AwhadOffice @MCGM_BMC pic.twitter.com/O6xQwkegQa
— Prakash Reddy (@comradereddy) June 14, 2020
बीएमसी को लिखे पत्र में रेड्डी ने कहा है कि मुकेश अंबानी के एंटीलिया टॉवर में 22 मंजिलें हैं। इसमें परिवार के केवल पाँच सदस्य रहते हैं। इनमें से प्रत्येक सदस्य के पास रहने के लिए एक मंजिल है। इसके बाद भी टॉवर में 17 मंजिलें शेष बचती हैं। शेष सभी मंजिलों को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर में कई भव्य बंगले और टॉवर हैं जिनका उपयोग बीएमसी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए कर सकती है।
पत्र के माध्यम से प्रकाश रेड्डी ने बताया कि बीएमसी ने हाल ही में कोरोना वायरस मरीजों की सुविधा के लिए स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (एसआरए) द्वारा पुनर्विकसित किए गए शेंटी टाउन और झुग्गियों को अपने नियंत्रण में लिया था। इसकी राजनीतिक गलियारे में बहुत चर्चा रही।
रेड्डी ने दावा किया कि यह झुग्गीवासियों के साथ घोर अन्याय है। वे वर्षों से बदतर जिंदगी जी रहे थे। अब उनसे कोरोना मरीजों के लिए अपने पुनर्विकसित घरों को छोड़ने के लिए कहा जा रहा है। रेड्डी ने कहा कि अगर बीएमसी पुनर्विकसित आवासों को इसी तरह से नियंत्रण में लेती रही तो वहाँ रहने वाले लोग अंबानी के घर में घुसने और उसमें मौजूद खाली जगह को अपने नियंत्रण में लेने के लिए दवाब बनाएँगे।
रेड्डी ने BMC से कोरोना वायरस मरीजों के लिए पुनर्विकसित की गई सेंटी टाउन को क्वारंटाइन सेंटर बनाने के निर्णय को वापस लेने की माँग की।
सीपीआई नेता ने बयान में आगे कहा कि यह सही नहीं है कि खाली पड़ी जमीन और बंद पड़ी फैक्ट्रियों और मिलों को बिल्डरों के हाथों में सौंप दें ताकि वे वहाँ पर मॉल और अपार्टमेंट का निर्माण कर सकें। इन स्थानों का इस्तेमाल सिर्फ अस्पतालों के निर्माण के लिए किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि शहर में अनगिनत गगनचुंबी इमारतें हैं, इनमें से कई इमारतें ऐसी हैं, जिन्हें अधिग्रहित नहीं किया गया है। ये सिर्फ निवेश के रूप में खरीदे गए हैं। सरकार को कोरोना वायरस मरीजों को रखने के लिए ऐसे अपार्टमेंटों को अपने नियंत्रण में लेने की योजना बनानी चाहिए।
आपको बता दें कि देश में महाराष्ट्र के अंदर कोरोना के मरीज सबसे अधिक हैं। यहाँ तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3,950 हो गई है, जबकि इससे संक्रमित मरीजों की संख्या 1,07958 तक पहुँच गई है। इनमें से 53,030 सक्रिय मामले हैं। वहीं अकेले मुंबई शहर में करीब 30,000 से अधिक कोरोना के सक्रिय मामले हैं।