Sunday, November 17, 2024
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पाटर्नर माँग रहे थे कन्वेनर, कॉन्ग्रेस ने खुद की कमेटी बना ली: INDI गठबंधन की बैठक से पहले फूँके हुए कारतूसों को जिम्मेदारी

कमिटी में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश को शामिल किया गया है।

2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों ने I.N.D.I. गठबंधन बनाई थी। अब इसकी अगली बैठक बैठक मंगलवार (19 दिसम्बर, 2023) को दिल्ली में आयोजित हो रही है। इससे पहले कॉन्ग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए एकला चलो रे की नीति पर अमल चालू कर दिया है।

I.N.D.I. गठबंधन की बैठक से ठीक पहले कॉन्ग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक कमिटी का गठन किया है। इस कमिटी का नाम ‘नेशनल अलायन्स कमिटी’ (NAC) रखा गया है। इस कमिटी में कॉन्ग्रेस के 5 सदस्यों को शामिल किया गया है। यह अब लोकसभा चुनावों के लिए कॉन्ग्रेस का कामधाम देखेगी।

कॉन्ग्रेस ने इसमें हाल ही में 2 राज्यों में चुनाव हारने वाले नेताओं के नाम शामिल किए हैं। कमिटी में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश को शामिल किया गया है।

मुकुल वासनिक को इस कमिटी का संयोजक बनाया गया है। यह कमिटी I.N.D.I. गठबंधन की बैठक से ठीक पहले बनाई गई है, इससे कॉन्ग्रेस ने स्पष्ट किया है वह गठबंधन में तो रहेगी लेकिन इन पार्टियों पर अपनी मर्जी चलाने की कोशिश करेगी।

बैठक में लल्लन सिंह, फारुक अब्दुल्लाह, लालू यादव, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, आदित्य ठाकरे और संजय जैसे नेता पहुँचे हैं। इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस बैठक में शामिल हुए हैं। राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी भी बैठक में पहुँची हैं। हाल के कुछ दिनों में मीडिया की नजरों से गायब रहने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी इसमें शामिल हुए हैं।

I.N.D.I. गठबंधन की बैठकों में अब तक यह तय नहीं हो पाया है कि उनका संयोजक कौन होगा। हाल ही में तीन राज्यों में हुई विधानसभा चुनावों में हार के कारण अब कॉन्ग्रेस का दबदबा इसमें कमजोर हो गया है। बैठक से ठीक पहले पटना में नीतीश कुमार के समर्थन वाले पोस्टर देखे गए हैं।

आज बनाई गई कमिटी में अशोक गहलोत को डालकर यह सन्देश भी दिया गया है कि पार्टी अब राजस्थान में नए नेतृत्व को मौक़ा देगी जबकि अशोक गहलोत को केंद्र में लाया जाएगा। भूपेश बघेल को अब केंद्र में ही स्थापित करने की तैयारी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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