पंजाब कॉन्ग्रेस इकाई में रार थमने का नाम ही नहीं ले रहा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच मतभेदों के बीच पार्टी में फिर एक नई चिंगारी भड़की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यहाँ पर विधायकों की बैठक में शामिल होने के लिए पंजाब प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू चंडीगढ़ में मुख्यालय में पहुँच चुके हैं। इतना ही नहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कॉन्ग्रेस हाईकमान की तरफ से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफे की भी माँग कर दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसके बाद अमरिंदर सिंह ने सोनिया गाँधी से कहा है कि प्रमुख विधायक बैठक से पहले इस तरह के अपमान के साथ कॉन्ग्रेस से जुड़े नहीं रह सकते हैं। इधर कयास लगाए जा रहे हैं कि आज कैबिनेट भी बड़ा फेरबदल किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि शाम को होने वाली विधायक दल की बैठक में नया नेता चुनने का आदेश दिया है।
कॉन्ग्रेस ने ‘बड़ी संख्या में विधायकों के प्रतिनिधित्व’ का हवाला देते हुए, देर रात एक ट्वीट में पंजाब विधायकों की आज एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। यह बैठक मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के लिए परेशानी का सबब बन सकती है, क्योंकि करीब 40 से ज्यादा नाराज विधायकों ने उन्हें हटाने की माँग करते हुए पार्टी आलाकमान को चिट्ठी लिखी है। कैप्टन लंबे समय से बागी नेताओं के निशाने पर रहे हैं।
एआईसीसी महासचिव और पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार (सितंबर 17, 2021) रात ट्वीट कर इस बैठक की जानकारी दी। हरीश रावत ने ट्वीट किया है कि कॉन्ग्रेस के तमाम विधायकों ने एआईसीसी से पंजाब कॉन्ग्रेस विधायक दल की बैठक तुरंत बुलाने का अनुरोध किया था। इसी कवायद में पंजाब प्रदेश कॉन्ग्रेस समिति के कार्यालय में 18 सितंबर को शाम 5 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।
The AICC has received a representation from a large number of MLAs from the congress party, requesting to immediately convene a meeting of the Congress Legislative Party of Punjab. Accordingly, a meeting of the CLP has been convened at 5:00 PM on 18th September at …..1/2 pic.twitter.com/BT5mKEnDs5
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) September 17, 2021
वहीं पंजाब कॉन्ग्रेस के महासचिव परगट सिंह ने कहा कि पार्टी की आंतरिक नीतियों पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई है। पार्टी के अंदर कोई परेशानी नहीं है। हर किसी का अपना नजरिया होता है और इसे राज्य कॉन्ग्रेस विधायक दल की बैठक में सुना जाना चाहिए कि समस्या क्या है।
अब सबकी निगाहें अमरिंदर सिंह पर टिक गई हैं। कैप्टन के समर्थक विधायक भी देर रात हई इस घोषणा के बाग कैप्टन के साथ सलाह मशविरा करके रणनीति बनाने में जुट गए हैं। देर रात और शनिवार सुबह तक कई चरणों में कैप्टन समर्थक विधायकों के बैठकों का दौर चलता रहा। कैप्टन समर्थकों ने इस बैठक में दो टूक शब्दों में यह ऐलान किया कि उनके कैप्टन अमरिंदर सिंह ही रहेंगे। इस पर कोई भी समझौता नहीं होगा।
पंजाब में अभी तक विधायकों की सभी बैठकें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में हुईं है। अब जिस तरह नेतृत्व ने विधायकों की बैठक कॉन्ग्रेस कार्यालय में बुलाने को कहा है, इससे कई कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बैठक में कैप्टन और सिद्धू विधायकों के समर्थन को लेकर अपनी-अपनी ताकत दिखाएँगे।
गौरतलब है कि पंजाब कॉन्ग्रेस का कलह लंबे समय से चल रहा है। इसको सुलझाने के लिए पहले भी मुख्यमंत्री कैप्टन और सिद्धू को कई बार दिल्ली बुलाया गया है। हरीश रावत भी कई बैठकें कर चुके हैं। लेकिन आज शाम 5 बजे होने वाली बैठक में कई बड़े बदलाव की संभावना है।