फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा आतंकवादी हमला करने के बाद इजरायल उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर रहा है। इस कार्रवाई के खिलाफ भारत सहित दुनिया भर के कट्टरपंथी मुस्लिम फिलिस्तीन और हमास के पक्ष में दुआ कर रहे हैं और इजरायल पर लानत भेज रहे हैं। इन सबसे अलग भारत का एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल हमास जैसे आतंकी संगठन के समर्थन में खड़ा हो गया है।
इजरायल में बच्चों का गला काटने और जिंदा जलाने वाले, महिलाओं का अपहरण कर उनका बलात्कार करने वाले, बुजुर्गों तक की हत्या करने वाले हमास जैसे आतंकी संगठन के समर्थन में आज जुमे यानी शुक्रवार (13 अक्टूबर 2023) को दुनिया भर में प्रदर्शन किए गए। भारत में भी कई जगहों पर हमास का समर्थन किया गया।
इस वैश्विक प्रदर्शन का हिस्सा बने लद्दाख कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष असगर अली करबलाई ने हमास का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने उसके आतंकियों को मुजाहीदीन बताया और कहा कि करगिल की आवाम हमास के साथ खड़ी है। उनके प्रदर्शन में ईरान के सर्वोच्च नेता मोहम्मद अली खुमेनेई की तस्वीरें भी खूब प्रदर्शित की गईं।
‘Hamas Mujahideen from Gaza have started to take back their land from America’s pet Israel, killed and kidnapped Israeli soldiers. They have shown Israel ke wajood ki koi haisiyat nahi hai’: Congress Working President, Ladakh pic.twitter.com/9oBM9Dr4Yg
— TIMES NOW (@TimesNow) October 13, 2023
करबलाई ने प्रदर्शन के दौरान टाइम्स नाऊ से बात करते हुए इजरायल पर हमास के आतंकी हमले को सही ठहराया, जिसमें बच्चों का कत्लेआम और महिलाओं का बलात्कार किया गया। उन्होंने कहा, “गाजा में मौजूद हमास के मुजाहीदीन ने जिस तरह से सबसे बड़े शैतान और सबसे बड़े दहशतगर्द अमेरिका और उसके पाले इजरायल पर इन्होंने अपनी ही जमीन को वापस लेने की शुरुआत की। सरजमीं-ए-गाजा की तीन बराबर अपने इलाके को वापस ले आया। उन्हें फिलिस्तीन में मिला दिया गया।”
आतंकी संगठन हमास का गुणगान करते हुे असगर अली करबलाई ने कहा, “इस दौरान सैकड़ों इजरायली फौजियों को ना सिर्फ कैदी बना लिया गया, सैकड़ों को मार दिया गया। उन्होंने एक बार दिखला दिया कि आप कितना भी दबा दें, फिलिस्तीन के मुजाहिद… गाजा के मुजाहिद… कभी भी सरजमीं-ए-फिलिस्तीन से हाथ उठाने वाले नहीं हैं। ना सिर्फ गाजा की, ना सिर्फ फिलिस्तीन की, बल्कि बैतूल मुकद्दस (टेम्पल ऑफ़ सोलोमन) की आजादी तक इसी तरीके से लड़ते रहेंगे।”
इजरायल के वजूद को नकारते हुए कॉन्ग्रेसी नेता ने कहा, “इजरायल का जो बना-बनाया वजूद है, इसकी कोई हैसियत ही नहीं है। ये मकड़ी के जाले से भी ज्यादा कमजोर है और उन्होंने (हमास ने) इसे 7 अक्टूबर को दिखला दी। मुजाहीदीन से लड़ने की ताकत इनकी फौजियों में नहीं है। इजरायल वाले खुद को दुनिया को चौथी एडवांस फौजी मानते हैं, लेकिन निहत्थे फिलिस्तीनियों के सामने उनकी ताकत धरी की धरी रह गई है।”
खुद को हमास का साथ देने पर फख्र महसूस करने वाले असगर ने आगे कहा, “इजरायल सोचता है कि फिलिस्तीन पर बमबारी करके वह हमास और हमास के मुजाहिदों को झुकने पर मजबूर कर देगा। लेकिन, उसी मलबे से उठा हुआ दो साल का बच्चा, शहीद की माँ, शहीद का बाप, शहीद का भाई जीत का निशाना दिखाता हुआ उठ खड़ा होते हैं और इजरायल के सफाए का पैगाम देते हैं। हम फख्र से कहते हैं कि हम हमास के मुजाहिद के साथ खड़े हैं।”
बता दें कि 9 अक्टूबर को हुई कॉन्ग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में एक प्रस्ताव पारित करके पार्टी ने फिलिस्तीन का समर्थन किया। इस प्रस्ताव में फिलिस्तीनियों की जमीन, स्वशासन और आत्म सम्मान के साथ जीवन के अधिकारों का समर्थन किया गया। फिलिस्तीन का समर्थन करके दरअसल कॉन्ग्रेस ने आतंकी संगठन हमास का समर्थन किया। असगर अली भी यही बात कह रहे हैं।
उधर कॉन्ग्रेस से महासचिव केसी वेणुगोपाल ने X पर पोस्ट करके कहा था, “मिडिल ईस्ट में संघर्ष बेहद दुखद है और समय की माँग है कि तत्काल युद्धविराम हो। हम (कॉन्ग्रेस) स्व-शासन के लिए फलिस्तीन संघर्ष के साथ खड़े हैं और मानते हैं कि इस संकट के समाधान के लिए बातचीत की जानी चाहिए।”