लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही यह जाहिर हो गया था कि कॉन्ग्रेस के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है। आर्टिकल 370 और प्रधानमंत्री मोदी के कामकाज को लेकर पार्टी का विभाजन साफ-साफ दिखने लगा है।
कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गॉंधी ने पिछले दिनों पार्टी सांसद शशि थरूर के उस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी। इसके बाद से केरल कॉन्ग्रेस के नेता इस मुद्दे पर थरूर के पीछे पड़ गए हैं। थरूर केरल की ही तिरुवनंपुरम सीट से सांसद हैं।
प्रधानमंत्री की सही चीजों के लिए प्रशंसा करने के थरूर के बयान की रविवार (अगस्त 25, 2019) को केरल कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने तीखी आलोचनी की। हालाँकि पार्टी नेताओं की आलोचनाओं से बेपरवाह थरूर ने कहा है कि उनके रुख में कुछ भी गलत नहीं है।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नितला ने कहा कि मोदी सरकार की गलतियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वहीं प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि थरूर का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और कहा कि वो इस बारे में उनसे बात करेंगे।
थरूर ने कहा था कि सही चीज करने पर प्रधानमंत्री की सराहना करने से विपक्ष की आलोचना की साख बनेगी। उन्होंने और पार्टी के एक अन्य नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने पिछले हफ्ते पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश का समर्थन किया था। रमेश ने कहा था कि मोदी के काम को नहीं स्वीकारने और उन्हें हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करने से कोई फायदा नहीं होने वाला है।
चेन्नितला ने अलप्पुझा के हरिपद में थरूर के बयान पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार कई ऐसे निर्णय ले रही है, जो लोगों को अस्वीकार्य हैं और किसी एक अच्छे काम के लिए उनका महिमामंडन करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस मोदी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी। मोदी सरकार के हजारों गलत काम के बाद एक अच्छे कार्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी की गुणगान करने की जरूरत नहीं है।
रामचंद्रन ने तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से कहा कि थरूर ने 5 सालों तक भाजपा नीत एनडीए सरकार का खुलकर विरोध किया है। रामचंद्रन ने कहा कि वो नहीं जानते कि पिछले एक हफ्ते में क्या बदलाव आया है कि वो अचानक से मोदी सरकार का समर्थन कर रहे हैं।
थरूर ने रविवार को अपने, अभिषेक मुन सिंघवी और जयराम रमेश द्वारा की गई टिप्पणियों का बचाव करते हुए मलयालम टीवी पर कहा, “जयराम रमेश और सिंघवी ने जो कुछ कहा है, वह गलत नहीं है। अगर पीएम मोदी ने कुछ अच्छा किया है, तो हमें इसे स्वीकार करना चाहिए। अन्यथा हम लोगों के बीच अपना विश्वास खो बैठेंगे। यदि जरूरत हो, तो हमें उनकी कड़ी आलोचना भी करनी चाहिए।”
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने 22 अगस्त को थरूर के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। उन्होंने कहा था कि थरूर को इस तरह के बयान सार्वजनिक तौर पर देने की बजाए कॉन्ग्रेस संसदीय दल के समक्ष रखना चाहिए था।
गौरतलब है कि, इससे पहले भी लोकसभा में कॉन्ग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी समेत अन्य नेताओं ने जयराम रमेश, अभिषेक मनु सिंघवी और शशि थरूर के बयान की आलोचना की थी।