राहुल गाँधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद अब ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाल रहे हैं। इस दौरान कॉन्ग्रेस पार्टी लगातार अपना डोनेशन अभियान भी चला रही है। खबर लिखे जाने तक पार्टी 22.59 करोड़ रुपए इकट्ठी भी कर चुकी है। इसमें से 5.68 करोड़ रुपए मौजूदा यात्रा के दौरान आए हैं। सबसे अधिक 1.07 करोड़ रुपए का दान आंध्र प्रदेश से आया है, जिसके बाद राजस्थान (88.65 लाख रुपए) का स्थान है। 12% दानदाता अकेले इसी राज्य से हैं, वहीं 11.9% उत्तर प्रदेश से हैं।
हम न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 20, 2024
किसानों के लिए MSP की लड़ाई
युवाओं के लिए रोज़गार की लड़ाई
वंचितों के लिए हिस्सेदारी की लड़ाई
जन-जन के लिए लोकतंत्र की लड़ाई
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हमारी ताकत इलेक्टोरल बॉण्ड नहीं, आपका बॉण्ड है।
अब एक खास बात आपको बताते हैं। कॉन्ग्रेस को दान देते समय ये पूछा जाता है कि आप पार्टी के किस विभाग को रुपए डोनेट करना चाहते हैं। जैसे प्रोफेशनल्स कॉन्ग्रेस, यूथ कॉन्ग्रेस, सेवा दल या फिर OBC डिपार्टमेंट। लेकिन ठहरिए, अभी आपको हम ये बताते हैं कि सबसे ज्यादा दान कॉन्ग्रेस के किस विभाग को मिल रहा है। प्रोफेशनल्स, यूथ, सेवा, किसान, SC, जनजातीय, छात्र (NSUI) या OBC नहीं, बल्कि माइनॉरिटी डिपार्टमेंट इन सबसे आगे है।
कॉन्ग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग को सबसे अधिक डोनेशन मिल रहा है। खबर लिखे जाने तक पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग को 90.82 लाख रुपए का दान मिल चुका है। दूसरे स्थान पर प्रोफेशनल्स प्रकोष्ठ है, लेकिन उसका आँकड़ा अल्पसंख्यक वाले का आधा भी नहीं है। उसे 39.34 लाख रुपए का डोनेशन मिला है। ये आँकड़ा ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का है। राहुल गाँधी ने एक ट्वीट के जरिए डोनेशन की माँग की है और वेबसाइट का लिंक साझा किया है, जिस पर ये आँकड़े मौजूद हैं।
ये चौंकाने वाला है, क्योंकि राहुल गाँधी कभी केंद्रीय सचिवों की नियुक्ति में OBC को प्रतनिधित्व न दिए जाने के आरोप लगाते हैं, तो कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘नकली OBC’ बताते हैं। राहुल गाँधी ने कई भाषणों में ओबीसी-ओबीसी का रट्टा लगाया, लेकिन पार्टी के दानदाता ओबीसी प्रकोष्ठ को पैसे दे ही नहीं रहे हैं। संसद में भी राहुल गाँधी ने ओबीसी वाला मुद्दा उठाया था। अब उन्हें अपील करनी चाहिए कि सिर्फ अल्पसंख्यक ही नहीं, पार्टी की ओबीसी यूनिट को भी लोग दान दें।
इससे पहले जब कॉन्ग्रेस ने डोनेशन अभियान चलाया था तब अजबोगरीब गड़बड़झाला हुआ था। असल में कॉन्ग्रेस पार्टी ने समर्थकों से चंदा इकट्ठा करने के लिए ‘डोनेट फॉर देश’ नाम का अभियान शुरू किया था। हालाँकि, कॉन्ग्रेस ने जिस नाम का अभियान शुरू किया था उस नाम का डोमेन नेम किसी और ने रजिस्टर कर लिया था। न सिर्फ रजिस्टर कर लिया था, बल्कि वहाँ भाजपा को डोनेट करने का लिंक भी डाल दिया गया था। इसके बाद समर्थकों ने ही पार्टी को गालियों से नवाजा था।