भारत के कुछ मुस्लिम संस्थान फिलिस्तीन के हमास को इस्लामी आतंकी संगठन मानने से साफ इनकार कर रहे हैं। ना ही हमास द्वारा इजरायल में महिलाओं एवं बच्चों की बर्बरतापूर्ण हत्या को वे नरसंहार मानते हैं। इजरायल में हमास ने जो किया, उसे कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर ने टेरर ऐक्ट कह दिया तो इस्लामी संगठनों ने उन्हें फिलिस्तीन के समर्थन में बुलाई गई सभा से बाहर कर दिया।
दरअसल, केरल में मुस्लिम जमातों के लिए काम करने वाले संगठन ‘महाल एम्पावरमेंट मिशन’ (MEM) ने फिलिस्तीन में इजरायल की दंडात्मक कार्रवाई के खिलाफ 30 अक्टूबर 2023 को एक कार्यक्रम का आयोजन किया है। यह कार्यक्रम फिलिस्तीन के समर्थन में था। इसमें केरल के तिरुवनंतपुरम से कॉन्ग्रेस के सांसद शशि थरूर को भी आमंत्रित किया गया था।
इसी बीच शशि थरूर ने कह दिया कि इजरायल में घुसकर हमास ने जो किया, वह आतंकी कृत्य था। उन्होंने इसके लिए हमास की निंदा थी। थरूर ने यह बयान फिलिस्तीन के समर्थन में एक अन्य संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ही दिया था। इसके बाद MEM ने उनको दिए गए आमंत्रण को रद्द कर दिया है। बता दें कि MEM केरल में मुस्लिम समुदाय का एक प्रमुख निकाय है, जिसमें सिटी कॉरपोरेशन में 32 जमातें शामिल हैं।
MEM के अध्यक्ष शाहजहाँ श्रीकार्यम ने कहा, “जब थरूर ने ऐसी टिप्पणी की तो हमारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। तमाम विवादों और विरोध के बावजूद थरूर ने अपना बयान वापस नहीं लिया या सुधार नहीं किया है। इसके बजाय, उन्होंने अपने बयान को सही ठहराया। हमने थरूर को सूचित कर दिया है कि हमने उन्हें कार्यक्रम से हटाने का फैसला किया है।” इस बीच, थरूर का कहना है कि उनके बयान के सिर्फ एक वाक्य को प्रसारित किया जा रहा है।
केरल में कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (UDF) के प्रमुख घटक दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने गुरुवार (26 अक्टूबर 2023) को फिलिस्तीन एकजुटता रैली का आयोजन किया था। इसमें भी शशि थरूर को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया था। यहीं पर बोलते हुए शशि थरूर ने हमास की कार्रवाई को आतंकी कृत्य बता दिया।
इसमें शशि थरूर ने कहा था, “7 अक्टूबर को आतंकवादियों ने इजरायल पर हमला किया। इस दौरान 1,400 लोगों को मार डाला और 200 लोगों को बंधक बना लिया। इसके जवाब में इजरायल अब तक 6,000 लोगों को मार चुका है। गाजा को भोजन, पानी और ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी है। अस्पतालों पर बमबारी की जा रही है। हर दिन निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। जो हो रहा है वह युद्ध कानूनों और जिनेवा संधि का उल्लंघन है।”
उन्होंने आगे कहा, “एक बात मैं कहना चाहता हूँ कि जब उन आतंकवादियों (हमास) ने निहत्थे लोगों का नरसंहार किया था तो दुनिया ने इसकी निंदा की थी। अब, हर कोई इजरायल की बमबारी की निंदा कर रहा है। दोनों तरफ से आतंकी हमले हुए। ‘आँख के लिए आँख’ की कार्रवाई पूरी दुनिया को अंधा बना देगी। अब हम जो देख रहे हैं वह एक जघन्य प्रतिक्रिया है।”
IUML की रैली में थरूर ने जो बात कही उसको लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) उन पर हमलावर है। माकपा के नेता और पूर्व विधायक एम स्वराज ने आरोप लगाया कि शशि थरूर की कुछ बातें इजरायल के समर्थन में थीं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस कार्यसमिति के सदस्य थरूर यह स्वीकार नहीं कर पाए कि इजरायल एक ‘आतंकवादी’ राष्ट्र है।
हालाँकि, बाद में शशि थरूर ने कहा कि वह हमेशा से फिलिस्तीन के लोगों के साथ हैं। इस संबंध में उनका एक वीडियो भी सामने आया है। आयोजक IUML के नेता पीके कुन्हालीकुट्टी ने शशि थरूर का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि इस रैली को लेकर विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है। थरूर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह फिलिस्तीनी लोगों के साथ हैं।