कॉन्ग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी सोशल मीडिया पर पवित्र पुस्तक भगवद्गीता को लेकर झूठ फैलाते हुए पकडे गए हैं। अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्विटर पर दावा किया, “गीता कहती है हिन्दू बनो” जबकि गीता में कहीं भी ऐसा नहीं कहा गया है। कॉन्ग्रेस सांसद ने बाबा साहब भीमराव अम्बेदकर की जयंती के अवसर पर भारतीय संविधान से गीता की तुलना करते हुए ये बातें कही। उन्होंने गीता से ‘बाबा साहब के संविधान’ की तुलना करते हुए कहा कि संविधान कहता है कि मनिष्य बनो। जो शब्द गीता में लिखा ही नहीं है, उसका ज़िक्र कर बुरे फँसे सिंघवी ने माफ़ी माँगने से भी इनकार कर दिया। बाद में सुदर्शन टीवी के मुख्य सम्पादक सुरेश चव्हाणके ने उन्हें कड़ी डाँट पिलाई।
ये वेदों का आदेश है “मनुर्भव” अर्थात मनुष्य बनो @DrAMSinghvi ji
— Suresh Chavhanke STV (@SureshChavhanke) April 14, 2019
आपको चुनौती है मेरी.. पवित्र गीता की वो लाइन बताओ जिसमें आपके लिखे शब्द प्रभु श्रीकृष्ण ने कहे हों. अन्यथा क्षमा मांगों #हिंदू समाज से श्रीमद्भागवत गीता की #कांग्रेसी व्याख्या करने के लिए
@RahulGandhi @INCIndia https://t.co/rbcVroaI4S
चव्हाणके ने सिंघवी को चुनौती देते हुए कहा कि आप गीता की वो पंक्ति बता दो जिसमें श्रीकृष्ण ने हिन्दू बनने को कहा हो लेकिन सिंघवी ने उनकी इस चुनौती का कोई जवाब नहीं दिया। चव्हाणके ने सिंघवी को वेद समझाते हुए बताया कि वेदों का भी कहना है कि मनुर्भव अर्थात मनुष्य बनो। बाद में सहज अरोड़ा नाम के एक वकील ने ट्विटर पर सिंघवी की बखिया उधेड़ते हुए चुनौती दी कि अगर वो गीता में ‘हिन्दू’ शब्द का जिक्र दिखा दें तो वो मुफ़्त में सिंघवी के दफ़्तर में कार्य करेंगे।
Appreciate your specifics Arora Ji, but Ambedkar’s message was for those who believe in Geeta i.e. Hindus.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) April 14, 2019
Also, Geeta says ahankar chodo, so I wouldn’t have you assume that your free “top” paralegal services are better than what I’m already receiving 😉https://t.co/RmbMVFZ97g
इसके बाद जब सिंघवी को कोई उत्तर नहीं सूझा तो उन्होंने कहा कि बाबा साहब का सन्देश उन लोगों के लिए था जो गीता में विश्वास रखते हैं, अर्थात हिन्दुओं के लिए था। सिंघवी ने ये लिखते समय ये नहीं सोचा कि सिर्फ़ हिन्दू ही नहीं बल्कि गीता में कई संप्रदाय के लोगों द्वारा विश्वास रखने की ख़बर आती रहती है। सिंघवी को जानना चाहिए कि न सिर्फ़ महात्मा गाँधी बल्कि अल्बर्ट आइंस्टीन, एनी बेसेंट, सुनीता विलियम्स जैसे विभिन्न सम्प्रदायों की कई प्रसिद्ध वैश्विक हस्तियों ने गीता में अपना विश्वास जताया है।
भैया इन मूर्खों को कितना समझायेंगे? जब ये गीता पढ़े ही होते तो ऐसा न लिखते।
— Ravish Shukla (@ShuklajiRavish) April 14, 2019
एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी कॉन्ग्रेस के पुराने प्रवक्ताओं में से एक हैं और एक महिला के साथ आपत्तिजनक रूप में उनकी सीडी वायरल होने के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। अपने दफ़्तर के ख़र्चों का विवरण देने में नाकाम होने के बाद उन पर इनकम टैक्स ने 57 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया था। सिंघवी का विवादों से पुराना नाता रहा है।