दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन फिर से विवादों में हैं। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने उन पर धमकी देने का आरोप लगाया है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के मंत्री जैन मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद हैं। तिहाड़ के अधिकारियों के आरोप से पहले महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने उन पर पैसे लेने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं जेल में वीआईपी सुविधा लेने के भी उनके वीडियो सामने आए थे।
धमकी दिए जाने को लेकर तिहाड़ के अधिकारियों ने जेल महानिदेशक (Director General Prisons) को लिखित शिकायत दी है। शिकायत के अनुसार वीआईपी ट्रीटमेंट की बात सामने आने और सुविधाएं वापस लिए जाने से जैन नाराज हैं। उन्होंने जेल ऑफिसर्स को गंभीर परिणाम भुगतने और बाहर निकलकर देख लेने की धमकी दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार तिहाड़ जेल के अपर महानिरीक्षक, तिहाड़ जेल नंबर 7 के अधीक्षक, उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक और विधि अधिकारी ने डीजी (जेल) को सत्येंद्र जैन द्वारा धमकाए जाने की शिकायत दी है।
‘बाहर आकर सबको देख लूंगा’, सत्येंद्र जैन की जेल अधिकारियों को धमकी#satyendrajain #AamAadmiParty #tiharjail https://t.co/UqNq9iVG9E
— Hindustan (@Live_Hindustan) January 6, 2023
शिकायत में सहायक अधीक्षक जयदेव और जेल उपाधीक्षक प्रवीण कुमार ने 8 दिसंबर 2022 की घटना का जिक्र किया है। इसके अनुसार जब वे सत्येंद्र जैन को कारण बताओ नोटिस देने गए थे तो उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि यह सब मोटे ने करवाया है, जो लॉ ऑफिसर है। मैं बाहर निकलने के बाद इस जेल से सीसीटीवी फुटेज माँगूँगा और इस लॉ ऑफिसर और जेल नंबर 7 के प्रभारी अधीक्षक राजेश चौधरी को बाहर निकलने के बाद देख लूँगा और इसे नौकरी करना सिखा दूँगा।”
लॉ ऑफिसर राजेश चौधरी ने भी अपनी शिकायत में कहा है कि जब उन्होंने सत्येंद्र जैन को पूछताछ के लिए चैंबर में बुलाया तो उन्होंने धमकी दी। चौधरी ने 25 नवंबर 2022 की घटना का जिक्र किया है। शिकायत के अनुसार जब जैन चैंबर में पहुँचे तो उन्होंने कहा, “ये सारा मामला राजनीतिक है। मैं जब भी जेल से बाहर निकलूँगा तो उन सारे सरकारी कर्मचारियों को देख लूँगा, जिन्होंने मेरे खिलाफ कुछ भी किया है। चाहे नौकरी कर रहा हो या रिटायर्ड सबको देख लूँगा।”
शिकायत में राजेश चौधरी ने कहा है कि शुरुआत में उन्हें लगा कि जैन निराशा और हताशा में धमकियाँ दे रहे हैं। लेकिन जब जेल के दूसरे अधिकारियों को भी ऐसी धमकी मिली तो उन्हें डर है कि बाहर निकलने के बाद जैन बदले की भावना से कार्रवाई कर सकते हैं। शिकायतकर्ताओं ने अपील की है कि सत्येंद्र जैन को किसी अन्य जेल में शिफ्ट किया जाए।
उधर पूरे मामले को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ लग रहे सभी आरोपों को झूठा करार दिया है। आप का कहना है कि हाई कोर्ट में जमानत अर्जी पर सुनवाई को प्रभावित करने के लिए भाजपा के इशारे पर झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है। उल्लेखनीय है कि जैन के जो वीडियो सामने आए थे उसमें वे जेल में मसाज लेते, बाहर के खाने की सुविधा का लाभ उठाते नजर आए थे।