दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत से मंगलवार (26 मार्च 2024) को एक बार फिर आदेश जारी किया। इस बार उन्होंने निर्देश दिया है कि मोहल्ला क्लीनिक में मुफ्त दवाओं की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। इस बार की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दी है। इसके पहले सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में गर्मी को को देखते हुए पानी के टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था करने का आदेश दिया है।
दरअसल, दिल्ली शराब नीति घोटाले में ED द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद सीएम केजरीवाल ने कहा था कि वे जेल से ही सरकार चलाएँगे। इसके बाद उन्होंने रविवार (24 मार्च 2024) को अपना पहला आदेश जारी किया था। यह निर्देश जल मंत्रालय से संबंधित था। उन्होंने मंगलवार को दूसरा निर्देश जारी किया, जो सौरभ भारद्वाज के स्वास्थ्य मंत्रालय से संबंधित है। इसको लेकर भाजपा हमलावर है।
From ED custody, Delhi CM Kejriwal has directed that there should be no shortage of free medicines at Mohalla Clinics: Saurabh Bharadwaj
— Press Trust of India (@PTI_News) March 26, 2024
भाजपा जेल में होने के कारण अरविंद केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की माँग कर रही है। भाजपा ने मंगलवार (26 मार्च 2024) को सीएम केजरीवाल के इस्तीफे की माँग को लेकर दिल्ली सचिवालय की ओर विरोध मार्च निकाला। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछारें कीं।
इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘अरविंद केजरीवाल इस्तीफा दो’, ‘इस्तीफा दो इस्तीफा दो, केजरीवाल इस्तीफा दो’, ‘गली-गली में शोर है केजरीवाल चोर है’ के नारे लगाए। हालाँकि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। वे पहले ही कह चुके हैं कि जेल से सरकार चलाएँगे।
#WATCH | Delhi: Police use water cannons at the BJP workers during their protest march towards the Secretariat demanding the resignation of Delhi CM Arvind Kejriwal who is in ED custody in the Liquor Excise Policy case. pic.twitter.com/PSwyXocBDZ
— ANI (@ANI) March 26, 2024
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने आम आदमी पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिट्ठी को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और ED से शिकायत की है। उन्होंने इस चिट्ठी को गैरकानूनी, असंवैधानिक और मुख्यमंत्री कार्यालय का दुरूपयोग बताया है।
सिरसा ने कहा, “आज मैंने दिल्ली के उपराज्यपाल और प्रवर्तन निदेशालय को आतिशी जी और उनके साथियों के खिलाफ कंप्लेन की है। इन्होंने मुख्यमंत्री जी के नाम से एक अवैध चिट्ठी दिखाई और ये कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का ऑर्डर है। इस ऑर्डर को मुख्यमंत्री जी ने ED की कस्टडी में जेल में रहते हुए ये ऑर्डर पास किया है। ये पूरी तरह से गैर-कानूनी और असंवैधानिक था।”
I've filed complaints with @LtGovDelhi and @dir_ed about a Fabricated official order on Delhi Govt letterhead, supposedly from CM Arvind Kejriwal, who's in ED remand until March 28.
— Manjinder Singh Sirsa (मोदी का परिवार) (@mssirsa) March 26, 2024
The order is without number, date & signature. It clearly shows unauthorised use of power.… pic.twitter.com/9ePrf2yvcE
उन्होंने आगे कहा, ये मुख्यमंत्री कार्यालय का पूरी तरह दुरूपयोग है। ये आपराधिक साजिश है दिल्ली के लोगों के साथ, दिल्ली के मुख्यमंत्री के दफ्तर के साथ। दिल्ली के लोगों की चुनी हुई सरकार के द्वारा अपने मुख्यमंत्री के पद का दुरूपयोग किया जा रहा है। ED की कस्टडी में रहते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोई ऑर्डर नहीं पास कर सकते। इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है।”
सिरसा ने कहा, “अरविंद केजरीवाल के नाम से जो ये गलत काम किया गया है, मैंने उपराज्यपाल जी से आग्रह किया है कि तुरंत इसकी इंक्वायरी की जाए और मुकदमा दर्ज की जाए। मुख्यमंत्री जी का ऑफिस गैर-कानूनी तरीके से चलाने में, उसे हाईजैक करने में, आपराधिक साजिश रचने में आतिशी जी और जो-जो लोग इन्वॉल्व थे उन्हें एक्सपोज किया जाए।”
बता दें कि सीएम केजरीवाल के ऑर्डर को लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था और कहा था कि सीएम केजरीवाल ने जेल से एक निर्देश दिया है। टाइप की हुई एक चिट्ठी दिखाते हुए उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लोगों को लेकर जेल में रहते हुए भी चिंतित हैं।
इस कथित नोट में लिखा था, “मुझे पता चला है कि दिल्ली के इलाकों में पानी और सीवर की काफी समस्या हो रही है। इसको लेकर मैं चिंतित हूँ। चूँकि मैं जेल में हूँ, इस वजह से लोगों को जरा भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए। गर्मियाँ आ रही हैं। जहाँ पानी की कमी है, वहाँ उचित संख्या में टैंकरों का इंतजाम कीजिए। मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों को आदेश दीजिए ताकि जनता को किसी तरह की परेशानी ना हो।”
नोट में आगे लिखा था, “जनता की समस्याओं का तुरंत और समुचित समाधान होना चाहिए। जरूरत पड़ने पर उपराज्यपाल महोदय का भी सहयोग लें। वे भी आपकी मदद जरूर करेंगे।” आतिशी ने बताया था कि सीएम केजरीवाल ने यह नोट अपने वकील के माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा था। बता दें कि सीएम केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की रिमांड पर हैं।