कॉन्ग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंगलवार (फरवरी 11, 2020) को दिल्ली में जारी मतगणना के बीच EVM का मुद्दा उठाया है। अभी तक के रूझानों में आम आदमी पार्टी (AAP) को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी दूसरे स्थान पर चल रही है। वहीं कॉन्ग्रेस का खाता भी नहीं खुला है। दिल्ली में 15 साल तक राज करने वाली कॉन्ग्रेस चुनाव में पूरी तरह से साफ हो गई है और खाता खोलने के लिए भी जूझ रही है।
No Machine which has a Chip is Tamper Proof. Also please do for a moment think, why no Developed Country uses EVM?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 11, 2020
इस बीच कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जारी मतगणना के बीच EVM पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सवा अरब लोगों के जनादेश को चुराने की इजाजत नहीं दी जा सकती। दिग्विजय सिंह ने ने कहा कि ईवीएम टेंपर-प्रूफ नहीं है और कोई विकसित देश इनका उपयोग नहीं करता है। उन्होंने ट्वीट किया, “चिप वाली कोई मशीन टेंपर-प्रूफ नहीं है। और कृपया एक मिनट के लिए सोचें कि विकसित देश ईवीएम का उपयोग क्यों नहीं करते?” उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तथा चुनाव आयोग से भी ईवीएम का मुद्दा उठाने का आग्रह किया।
Would CEC and Hon Supreme Court please have a fresh look on EVM voting in India? We are the largest Democracy in the World, we can’t allow some Unscrupulous People to Hack Results and steal the Mandate of 1.3 Billion People.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 11, 2020
सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, “क्या चुनाव आयोग और माननीय सुप्रीम कोर्ट भारत में ईवीएम मतदान के मुद्दे पर एक बार फिर सोचेंगे? हम दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र हैं और हम कुछ बेईमान लोगों को चुनाव परिणाम हैक करने और 1.3 अरब लोगों के जनादेश को चुराने की अनुमति नहीं दे सकते।” दिग्विजय सिंह ने जोर देकर कहा कि पोस्टल बैलेटों की भी गिनती की जानी चाहिए।
If they match the Votes in the Counting Unit. Declare the result. If they don’t match then count the Ballots of all Polling Booths in the Assembly.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) February 11, 2020
It would convince every one and save time also as this has been the consistent arguement of CEC in favour of EVM.
आगे उन्होंने कहा कि अगर उनका काउंटिंग यूनिट के वोटों से मिलान होता है तो परिणाम की घोषणा कर दें। अगर उनका मिलान नहीं होता है तो सभी मतदान केंद्र के बैलटों की गिनती सदन में की जाए। इससे सभी लोग सहमत होंगे और समय भी बचेगा क्योंकि चुनाव आयोग ईवीएम के पक्ष में लगातार यही तर्क देता रहा है।
Watch a hacker break into a voting machine at Def Con, the largest convention of hackers in the world. The event is intended to demonstrate vulnerabilities in America’s vast election infrastructure. https://t.co/HLVGoYEIjG pic.twitter.com/a8cPVG8RrR
— CNN (@CNN) August 13, 2019
गौरतलब है कि इससे पहले भी दिग्विजय सिंह ने EVM पर सवाल उठाया था। उन्होंने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल पर वीडियो शेयर कर चुनाव आयोग को EVM की निष्पक्षता के संबंध में चुनौती दी थी, जिसमें अमेरिका के तीन सबसे बड़े वोटिंग उपकरण निर्माताओं के सीईओ का मानना था कि वोटिंग मशीन 100 प्रतिशत सुरक्षित नहीं है।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में आम आदमी पार्टी फिर बहुमत की ओर बढ़ रही है। वहीं, बीजेपी का प्रदर्शन पिछली बार के मुकाबले थोड़ा सुधरा है। जबकि दूसरी तरफ शीला दीक्षित की अगुआई में राज्य में 15 साल तक राज करने वाली कॉन्ग्रेस खाता खोलने के लिए भी जूझ रही है। लेकिन अफसोस कि अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए जिस वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को लाख प्रयास करने चाहिए थे, वो सिर्फ एक काम करके निश्चिंत हैं – EVM का राग रोना! और चूँकि इनका EVM राग चुनाव दर चुनाव बरकरार है, इसलिए हर मतगणना वाले दिन ये इसका रोना रोकर अपना राजनीतिक वापसी की घोषणा भी कर देते हैं!
दिल्ली में कांग्रेस का खाता न खुलने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ: ये तो हम पहले से ही जानते थे, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा का क्या परिणाम हुआ? जो इतनी लम्बी-लम्बी बातें करते हैं। #DelhiElectionResults pic.twitter.com/HCKeYOzaGc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 11, 2020
कॉन्ग्रेस का खाता न खुलने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमत्री कमलनाथ कहते हैं, “ये तो हम पहले से ही जानते थे, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा का क्या परिणाम हुआ? जो इतनी लम्बी-लम्बी बातें करते हैं।”
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी: दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने सत्ता पर कब्ज़ा करने का कभी नहीं सोचा, हमने सोचा था कि कांग्रेस कुछ सीटें जीते और दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व बना रहे। #DelhiElectionResults pic.twitter.com/Ay2KFdSvUZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 11, 2020
वहीं कॉन्ग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी तो पहले से ही अपनी हार से आश्वस्त नजर आए। उन्होंने कहा, “दिल्ली में कॉन्ग्रेस पार्टी ने सत्ता पर कब्ज़ा करने का कभी नहीं सोचा, हमने सोचा था कि कॉन्ग्रेस कुछ सीटें जीते और दिल्ली में कॉन्ग्रेस पार्टी का अस्तित्व बना रहे।”