राजस्थान की राजधानी जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में मंगलवार (16 नवंबर, 2021) को शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में वहाँ मौजूद शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर एक सवाल किया, लेकिन उन्हें क्या पता था कि वह इस सवाल को लेकर खुद ही घिर जाएँगे।
दरअसल, गहलोत ने राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षकों से सवाल किया, ”कई बार तो हमने सुना है कि ट्रांसफर के लिए पैसे देने पड़ते हैं? दुख की बात है कि शिक्षक को पैसे देकर ट्रांसफर करवाना पड़ता है। मैं समझता हूँ कि कोई ऐसी पॉलिसी बन जाए ताकि आपको पता हो कि आपका ट्रांसफर 2 साल में होगा।” सीएम के सवाल ‘ट्रांसफर के लिए पैसे देने पड़ते हैं?’ पर वहाँ मौजूद टीचरों ने एक स्वर में ‘हाँ’ का जबाव दिया।” ये जवाब सुनकर मुख्यमंत्री के चेहरे की रंगत उड़ गई।
अशोक गहलोत जी शिक्षकों से – ट्रांसफ़र के पैसे तो नहीं देने पड़ते ?
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) November 16, 2021
शिक्षक , एक स्वर में – देने पड़ते हैं 😃 pic.twitter.com/InW1KLh2EW
गहलोत ने दबी आवाज में ‘कमाल है’ कहा और आगे बढ़ गए। जैसे मानो वह इस सवाल को करने के बाद पछता रहे हो। गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में टीचरों का योगदान काफी सराहनीय रहा है। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सीएम गहलोत ने सम्मान पाने वाले शिक्षकों को ट्वीट कर बधाई दी और कहा कि शिक्षक ही समाज निर्माता होते हैं।