Thursday, November 14, 2024
Homeदेश-समाज'ED अधिकारियों की हत्या की थी साजिश, TMC नेताओं के इशारे पर हमला': बंगाल...

‘ED अधिकारियों की हत्या की थी साजिश, TMC नेताओं के इशारे पर हमला’: बंगाल की घटना पर जाँच एजेंसी का खुलासा, 16 घंटे में 2 बार बनाया गया निशाना

इस हमले को लेकर ईडी ने डीजीपी और एसपी को हमले के फुटेज के साथ ईमेल से शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने संदेशखाली हमला केस में 3 FIR दर्ज की हैं। वहीं अब तक 16 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी टीम पर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हुए हमले को हत्या की साजिश करार दिया है। इसे लेकर केंद्रीय एजेंसी ने बकायदा शनिवार (6 जनवरी, 2024) को प्रेस नोट जारी किया है।

इसमें ईडी ने आरोप लगाया है कि ये हमला तृणमूल कॉन्ग्रेस नेता के उकसावे पर हुआ। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों में कानून के लिए कोई सम्मान नहीं है और जो अपने कुकर्मों के लिए जेल जाने से डरते हैं, वे जाँच एजेंसियों पर ऐसे हमले करते हैं।

बताते चलें कि शुक्रवार (5 जनवरी, 2024) सुबह राशन घोटाला केस में टीएमसी नेता शाहजहाँ शेख के घर रेड मारने गई ED की टीम और CRPF के जवानों पर 250-300 लोगों की भीड़ ने जानलेवा हमला किया था। इस दौरान पत्रकारों पर भी हमला हुआ और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। इस हमले को लेकर ईडी ने डीजीपी और एसपी को हमले के फुटेज के साथ ईमेल से शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने संदेशखाली हमला केस में 3 FIR दर्ज की हैं। वहीं अब तक 16 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।

सीएम ममता बनर्जी के राज में पश्चिम बंगाल में ईडी अधिकारियों पर 16 घंटे के अंदर दो बार हमला किया गया। शाहजहाँ शेख के घर के बाहर रेड मारने के दौरान हुए हमले के बाद भी ईडी टीम पर हमला किया गया था। ईडी पर ये हमला भी राशन घोटाले की जाँच के दौरान किया गया। शुक्रवार (5 जनवरी, 2024) देर रात इस घोटाले को लेकर ईडी TMC नेता शंकर आद्या को गिरफ्तार कर ले जा रही थी। इस दौरान उनके समर्थकों ने ईडी अधिकारियों पर हमला बोला दिया।

यहाँ महिलाओं की आड़ लेकर आद्या के समर्थकों ने केंद्रीय एजेंसी की गाड़ियों पर पथराव और तोड़फोड़ की। आद्या बोंगाँव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष भी हैं। राशन वितरण केस में ईडी की यह तीसरी गिरफ्तारी है।

इससे ईडी ने इस केस में कोलकाता कारोबारी बकीबुर रहमान की पहली गिरफ्तारी की थी। दूसरी गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल के मौजूदा वन मंत्री और पूर्व राज्य खाद्य आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक की थी। रहमान की तरह आद्या भी लंबे वक्त से मल्लिक के करीबी माने जाते हैं।

कुछ दिन पहले ही ईडी ने पश्चिम बंगाल में राशन घोटाले का खुलासा किया था। इसके तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लगभग 30% राशन खुले बाज़ार में बेचा गया था। राशन की इस कथित चोरी से हुए फायदे को मालिकों और PDS वितरकों ने मिलकर आपस में बाँट लिया था।

ईडी के इस हमले को लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “लोकतांत्रिक तंत्र में, सरकारी एजेंसियाँ अपने आदेश के मुताबिक काम करती हैं। उन्हें बगैर किसी बाधा के काम करने की मंज़ूरी दी जानी चाहिए। बदकिस्मती से, कुछ क्षेत्रों में जहाँ लोग भ्रष्टाचार में गहराई से डूबे हुए हैं और उनके मन में कानून के लिए कोई इज्जत नहीं है। ये जेल जाने से डरते हैं। वे जाँच एजेंसियों के खिलाफ बोलते हैं। उन पर हमले करते हैं। मैं उनकी कड़ी निंदा करता हूँ।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

‘छिछोरे’ कन्हैया कुमार की ढाल बनी कॉन्ग्रेस, कहा- उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया: चुनावी सभा में देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को लेकर की...

कन्हैया ने फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा, "हम धर्म बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और डेप्युटी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बना रही हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -