पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार में हुए शिक्षक घोटाले में तृणमूल कॉन्ग्रेस के युवा नेता कुंतल घोष को गिरफ्तार किया गया है। घोष पर आरोप है कि उसने नौकरी दिलाने के नाम पर 325 लोगों से 19 करोड़ रुपए हड़प लिए। बता दें कि इस घोटाले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
शिक्षक घोटाले में कार्रवाई कर रही केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार (20 जनवरी 2023) को कुंतल घोष के अलावा शांतनु बनर्जी के खिलाफ छापेमारी की थी। इनके कोलकाता और हुगली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। वहीं, घोष के न्यूटाउन स्थित आवास पर भी छापेमारी की खबर है।
#WATCH | Hooghly, West Bengal | Trinamool Congress (TMC) youth leader Kuntal Ghosh being taken away after being arrested by ED in connection with the teachers recruitment scam. pic.twitter.com/ZyYAgOLMvQ
— ANI (@ANI) January 21, 2023
ED ने कुंतल घोष को गिरफ्तार करने से पहले 24 घंटों तक पूछताछ की थी। कोलकाता स्थित कुंतल घोष के घर से कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। बता दें कि कुंतल घोष से केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) भी पूछताछ कर चुकी है। कुंतल घोष को शांतनु बनर्जी का करीबी बताया जा रहा है। वह बिचौलिए का काम करता था। शांतनु बनर्जी पहले से ही जेल में है।
दरअसल, कुंतल घोष के नाम का बता सीबीआई की पूछताछ में चला था। घोटाले को लेकर गिरफ्तार TMC विधायक और शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के करीबी व्यापारी तापस मंडल से इस बारे में पूछताछ की थी। तापस मंडल ने सीबीआई को कुंतल घोष और शांतनु बनर्जी का नाम लिया था। घोष ने हर व्यक्ति को लेन-देन की रसीद भी दी थी, जिसमें उनके साइन भी थे.
इस घोटाले को लेकर पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी सहित दर्जन भर नेता और अधिकारी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सीबीआई (CBI) के अनुसार, 2014 और 2021 के बीच पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए TMC के नेताओं द्वारा 100 करोड़ रुपए से अधिक हड़पे गए।