मनी लॉन्ड्रिंग केस की जाँच में जुटी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक के सबसे करीबी दोस्त अमित चंदोल को गिरफ्तार कर लिया है। अमित की गिरफ्तारी टॉप्स ग्रुप सिक्योरिटी कंपनी में गलत तरीके से निवेश करने के मामले में कल देर शाम को हुई है। आज उन्हें पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। उनकी गिरफ्तारी से पहले उनसे 12 घंटे पूछताछ हुई थी। उनके घर से ईडी टीम ने कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट भी जब्त किए। इस पूरे मामले में यह पहली गिरफ्तारी है।
#NewsAlert | ED arrests close aid of Shiv Sena MLA Pratap Sarnaik.
— CNN News18 (@CNNnews18) November 26, 2020
ED finds Rs 7 Crore traces of cash leading to Sarnaik.@Ashish_Mehrishi with the details.
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टाइम्स नाऊ की खबर के अनुसार, साल 2014 में टाइम्स ग्रुप ने MMRDA (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ) को सुरक्षा गार्ड मुहैया करवाए थे। ईडी का कहना है कि नंदा की टॉप्स ग्रुप सिक्योरिटी से यह कॉन्ट्रैक्ट रिश्वत लेने के बाद हुआ था। कॉन्ट्रैक्ट 35 करोड़ रुपए का था और ईडी को सरनाईक से संबंधित 7 करोड़ रुपए की जानकारी मिली है, जिसे फिलहाल अवैध माना जा रहा है और अधिकारी इस पर जाँच कर रहे हैं।
रिपोर्ट बताती है कि इस डील में कुछ फायदा प्रताप सरनाईक को जाना तय हुआ था। इसके अलावा खास बात ये है कि टॉप्स ग्रुप और प्रताप सरनाईक के बीच इस डील को लेकर कोई लिखित कॉन्ट्रैक्ट नहीं हुआ था। केवल नियमित रूप से कैश की लेन-देन चल रही थी।
गौरतलब है कि ED ने मंगलवार को प्रताप सरनाईक के घर, उनके दफ्तरों और उनके कारोबारी सहयोगियों समेत 10 ठिकानों पर छापा मारा था। 175 करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले में छापेमारी के बाद ED ने सरनाईक को पूछताछ के लिए तलब किया था। हालाँकि, मंगलवार की दोपहर उन्होंने राज्य सरकार के नियमों का हवाला देकर खुद को क्वारंटाइन कर लिया और पेश होने के लिए समय माँगा। इसके बाद उनके बेटे विहंग को हिरासत में लिया गया, जिनसे आज भी पूछताछ होनी है।
यहाँ बता दें कि पिछले दिनों मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा टॉप्स ग्रुप के पूर्व कर्मचारियों की शिकायत पर कंपनी के प्रमोटर राहुल नंदा और दूसरे लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
इसी FIR के आधार पर ED ने ECIR दर्ज की थी। 28 अक्टूबर को दर्ज की गई FIR के मुताबिक टॉप्स ग्रुप ने मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) के साथ 175 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की।
सरनाईक पर आरोप है कि नंदा का पुराना दोस्त होने के कारण उन्होंने इस कॉन्ट्रैक्ट को उन्हें दिलाने में मदद की और यह भी संदेह है कि सरनाईक की कंपनियों ने टॉप्स ग्रुप के जरिए पैसे विदेश भेजे।
ऑटो चालक से सरनाईक बने रियल स्टेट डेवलपर, संपत्ति में हुआ 800% की बढ़त
सरनाईक के बारे में बता दें कि 56 साल के शिवसेना नेता ठाणे में एक रियल एस्टेट डेवलपर हैं और मुंबई व आस-पास के होटल और क्लबों के हॉस्पिटलिटी इंडस्ट्री में भी कारोबार करते हैं। 1980 के दशक में वह ठाणे में ऑटोरिक्शा चलाते थे। उन्होंने 1984 से 1989 तक रिक्शा चलाकर अपना जीवन-यापन किया था। उस समय उन्होंने अपनी संपत्ति 16 करोड़ बताई थी। लेकिन 2019 विधानसभा चुनावों से पहले दायर अपने हलफनामे में उन्होंने 143 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की। यानी कि 10 साल में उनकी संपत्ति में 800% की बढ़ोतरी हुई।