जमीन घोटाले में गिरफ्तार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोरेन के व्हाट्सएप चैट पीएमएलए कोर्ट को दिखाए हैं। कथित तौर पर इनमें जमीन की लेनदेन से लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग तक का जिक्र है।
रिपोर्ट के अनुसार ये चैट मनी लाॅन्ड्रिंग में गिरफ्तार किए गए हेमंत सोरेन और जमीन घोटाले के सूत्रधार बिनोद सिंह के बीच के हैं। ईडी ने 539 पेज के व्हाट्सएप चैट होने की बात कही है। इनमें से कुछ पन्ने कोर्ट में पेश किए हैं। एजेंसी ने कहा है कि इस चैट में पेपर लीक करने वाले गैंग से मिले पैसे, अधिकारियों के स्थानान्तरण से मिले पैसे और साथ ही सरकारी जमीन के रिकॉर्ड साझा करने की जानकारी है।
NEWS18 के अनुसार ED ने कोर्ट में कहा कि जमीन घोटाले का यह मामला एक अन्य आरोपित भानू प्रताप प्रसाद के यहाँ छापेमारी से प्राप्त जमीन के दस्तावेजों के आधार पर दर्ज किया गया है। यह छापेमारी अप्रैल 2023 में हुई थी। ED को इसमें 11 बक्से भरकर जमीनों के दस्तावेज मिले थे। इसमें 17 जमीन के असली रिकॉर्ड के रजिस्टर शामिल थे। ED ने कहा कि झारखंड में एक जमीन हथियाने वाला सिंडिकेट काम कर रहा था। यह जमीनों से संबधित कागजों में गड़बड़ी करके उन्हें हथिया रहा था।
ED ने यह जानकारी हेमंत सोरेन से पूछताछ के दौरान उनके सामने भी रखी। एजेंसी का कहना है कि हेमंत सोरेन जाँच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और स्वयं या खुद से जुड़े व्यक्तियों के जमीनों को हथियाने के मामले में सही तथ्य नहीं बता रहे हैं।
जाँच एजेंसी ने हेमंत सोरेन की उनके करीबी बिनोद सिंह के साथ व्हाट्सएप पर की गई बातचीत का रिकॉर्ड कोर्ट के सामने रखते हुए कहा, “आरोपित (हेमंत सोरेन) के सामने उनकी बिनोद सिंह के साथ हुई बातचीत का ब्यौरा भी रखा गया। यह बातचीत ना सिर्फ आपराधिक है, बल्कि इसमें कई संपत्तियों की जानकारी भी है। आरोपित ने इन बातचीत के रिकॉर्ड पर हस्ताक्षर भी नहीं किए हैं। हालाँकि, उन्होंने बिनोद सिंह के साथ बातचीत स्वीकारी है।”
ED ने कहा, “जिस व्हाट्सएप बातचीत का ब्यौरा दिया गया है उसमें मात्र सम्पत्ति ही नहीं बल्कि ट्रांसफर-पोस्टिंग और सरकारी रिकॉर्ड साझा करने सम्बन्धी जानकारियाँ भी हैं। इससे बड़ी मात्रा में पैसा बनाया गया है उसका लेनदेन किया गया है।” जाँच एजेंसी ED ने इसके साथ ही बिनोद सिंह के झारखंड में पेपर लीक से जुड़े होने का भी आरोप लगाया है।
हेमंत सोरेन पर ED ने अपना मोबाइल भी जाँच के लिए नहीं देने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन को 31 जनवरी, 2024 को गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर उन्हें भेजा था। अब में उनकी रिमांड 5 दिन और बढ़ा दी गई है। गिरफ्तारी के बाद उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। उनकी जगह चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने हैं।