इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) को लेकर दिए बयान को लेकर इस्लामी कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को हथियार का लाइसेंस दिया गया है। पुलिस (Delhi Police) ने हथियार का यह लाइसेंस उन्हें आत्मरक्षा के लिए जारी किया है।
बता दें कि पैगंबर मुहम्मद को आधार बनाकर पिछल साल देश भर में बड़े पैमाने पर हिंसा को अंजाम दिया गया था। नूपुर शर्मा को भी इस्लामवादियों द्वारा लगातार जान से मारने की धमकियाँ दी जाती रही हैं। इससे पहले कट्टरपंथियों ने कई हत्याओं को अंजाम भी दिया है।
नूपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए राजस्थान के उदयपुर में दो इस्लामी कट्टरपंथियों ने दर्जी कन्हैया लाल की गला रेतकर हत्या कर दी थी। ये दोनों कट्टरपंथी ग्राहक बनकर उनके दुकान में घुसे थे। वहीं, अमरावती में उमेश कोल्हे नाम के उनके मुस्लिम जानकार यूसुफ ने साजिश रचकर उनकी हत्या कर दी थी। ऐसे कई मामले पूरे देश भर आए थे।
टीवी डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा ने एक मुस्लिम शख्स द्वारा हिंदू देवता को लेकर की गई टिप्पणी के बाद नूपुर शर्मा ने यह टिप्पणी की थी। नूपुर शर्मा ने पैगंबर मुहम्मद और उनकी तीसरी पत्नी, आयशा को लेकर टिप्पणी की थी।
नूपुर शर्मा ने जो कहा था वह इस्लाम की धार्मिक किताबों में भी है और इस्लामी प्रचारक अपनी तकरीरों में भी वहीं बताते रहे हैं। नूपुर शर्मा ने कहा था कि पैगंबर मुहम्मद के बारे में उनकी टिप्पणी ‘भगवान शिव का अपमान’ किए जाने की प्रतिक्रिया के रूप में थी, क्योंकि वह इसे बर्दाश्त नहीं कर सकीं। इसके बावजूद भारत को बदनाम करने के लिए कट्टरपंथियों ने हिंसा की।
हालाँकि, मामला बढ़ने के बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। नूपुर शर्मा ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी भी माँ ली थी। इसके बावजूद कट्टरपंथी उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे थे। पूर्व बीजेपी प्रवक्ता के खिलाफ मुंबई, हैदराबाद और पुणे में धार्मिक भावनाएँ भड़काने के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं।
कथित ईशनिंदा के मामले में पाकिस्तान के पाकिस्तान के आतंकी संगठन TLP के समर्थकों द्वारा 50 लाख रुपए का इनाम घोषित करने के बाद, हैदराबाद स्थित AIMIM (इंकलाब) के एक सदस्य ने शर्मा की हत्या करने पर इनाम घोषित किया था।
हैदराबाद स्थित एक स्थानीय पार्टी AIMIM (इंकलाब) ने कथित तौर पर नूपुर शर्मा की हत्या करने वाले को 1,00,00,000 रुपए का इनाम देने का ऐलान किया था। लोकल पार्टी के नेता कवी अब्बासी का नूपुर शर्मा को धमकी देते हुए और हिन्दू धर्म को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए वीडियो सामने आया था। इसमें वो बीजेपी और शर्मा को ‘सफेदपोश वेश्या’ करार दे रहा था।
खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा के खिलाफ दर्ज मामलों को एक साथ क्लब कर दिया था और उसकी सुनवाई दिल्ली में करने का आदेश दिया था। इतना ही नहीं, उच्चतम न्यायालय ने उन्हें गिरफ्तार से भी अंतरिम सुरक्षा दी थी। दिल्ली पुलिस भी उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा दे रही है।