आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल अपने झूठे दावों और गलत बयानों के चलते हमेशा ही सुर्खियों में बने रहते हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल कई बेतुके बयान दे चुके हैं। उनके एक बयान को लेकर पंजाब के किसान संगठनों व विपक्षी दल भाजपा व शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि केजरीवाल और भगवंत मान ने एमएसपी पर जनता को गुमराह किया है।
दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने शनिवार (8 अक्टूबर, 2022) को कहा था कि आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में 5 फसलों पर एमएसपी दे रही है। यदि गुजरात की जनता विधानसभा चुनाव में आप को वोट देती है तो यहाँ के किसानों को भी इन फसलों पर एमएसपी मिलेगा।
केजरीवाल के इस बयान पर पंजाब के किसान संगठनों ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान गुजरात के लोगों को गुमराह कर रहे हैं। किसान संगठनों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा गेहूँ, धान और कपास पर एमएसपी प्रदान किया जाता है, जबकि मक्का पर कोई एमएसपी नहीं है। यह भी कहा गया है कि सरकार द्वारा मूँग के लिए एमएसपी की घोषणा की गई थी, लेकिन इसके बाद भी किसानों को मूँग की फसल कम कीमत पर बेचनी पड़ी है।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहन ने कहा कि आप सरकार ने मूँग पर एमएसपी देने वादा किया था, लेकिन किसानों को नहीं मिला। वह सभी फसलों पर एमएसपी की माँग कर रहे हैं, लेकिन यह पंजाब में गेहूँ और धान से आगे नहीं जा रहा है। कपास के अलावा किसी अन्य फसल को वह मूल्य नहीं मिला है, एमएसपी किसानों को हक है।
वहीं, ‘भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंडा’ के उपाध्यक्ष मनजीत सिंह धनेर का कहना है कि केजरीवाल का पंजाब में पाँच फसलों पर एमएसपी का दावा हास्यास्पद और पूरी तरह झूठा है। इसके अलावा, भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि आप (AAP) लगातार झूठ बोल रही है और झूठे दावे कर रही है जैसे वह दिल्ली में करती है। केजरीवाल और भगवंत मान को फसलों पर एमएसपी देने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के योगदान के बारे में बताना चाहिए और लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए।
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अरविंद केजरीवाल गुजरात में दावा कर रहे हैं कि पंजाब में आप की सरकार 5 फसलों पर एमएसपी दे रही है तथा गुजरात में सरकार बनने पर यही फॉर्मूला दोहराया जाएगा।
उन्होंने कहा, “सच तो यह है कि केन्द्र सरकार भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से पंजाब में एमएसपी पर गेंहू और धान की खरीद कर रही है। इसी प्रकार ही कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से कपास की खरीद करता है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों से मूँग की बुवाई करने का आग्रह किया था और पूरी फसल को 7250 रुपए में खरीदने का वादा किया था। लेकिन, उन्होंने इस फसल का दस फीसदी भी नहीं खरीदा। पंजाब सरकार भी मक्का की फसल खरीदने से मुकर गई तथा किसानों को भाग्य के सहारे छोड़ दिया।”
अकाली दल के नेता चीमा ने यह भी कहा कि केजरीवाल से गुजरात के किसानों को झूठी उम्मीदें नही देने की अपील करते हुए कहा कि गुजरात के किसानों को पंजाब में आकर जमीनी हकीकत खुद देखनी चाहिए। पंजाब के किसान कर्जदार हैं क्योंकि उन्होंने आप पार्टी की सरकार पर विश्वास करके बड़े पैमाने पर मक्का और मूँग की फसल की बुवाई की थी।
दलजीत सिंह चीमा ने यह भी कहा कि सभी फसलों पर एमएसपी देना तो दूर की बात है। पंजाब सरकार ने अब तक उन किसानों को मुआवजा तक नहीं दिया, जिनकी फसल बेमौसम बारिश के कारण बर्बाद हो गई थी। सरकार ने किसानों को मौजूदा धान की फसल में बड़े पैमाने पर हुए नुकसान का भी कोई मुआवजा भी नहीं दिया है।