प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संबंधी फर्जी वीडियो ट्विटर पर शेयर करने के आरोप में तृणमूल कॉन्ग्रेस के नेता रिजू दत्ता के ख़िलाफ़ वाराणसी के दशाश्वमेध थाना में एफआईआर दर्ज हुई है। वाराणसी पुलिस आयुक्त सतीश गणेश ने एफआईआर की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जाँच चौकी इंस्पेक्टर शिवकांत मिश्रा को मिली है। वहीं डीसीपी ने ट्विटर को सीआरपीसी धारा के तहत नोटिस भेज कर अनुरोध किया है कि टीएमसी नेता का अकॉउंट सस्पेंड हो।
बता दें कि 23 दिसंबर को टीएमसी नेता रिजू दत्ता ने अपने ट्विटर पर एक एडिटिड वीडियो शेयर की थी, जिसमें पीएम मोदी और सीएम योगी काशी परिक्रमा करते दिख रहे थे और उनके पीछे लोग ‘मोदी हाय-हाय, योगी चोर है’ के नारे लगा रहे थे। उनके साथ इस वीडियो को जवाहर सरकार ने भी शेयर किया था। हालाँकि उनपर क्या कार्रवाई हुई इसका अभी नहीं पता चला है। मगर, कल ट्विटर ने ही उनके ट्वीट को मैनिपुलेटेड मीडिया के साथ जोड़ दिया था।
अपने ट्वीट में रिजू दत्ता ने बताया था कि काशी परिक्रमा के समय लोगों ने ‘मोदी हाय-हाय और योगी चोर है’ के नारे बुलंद किए थे। मगर दुर्भाग्यवश गोदी मीडिया ये सच्चाई नहीं दिखाएगा। वहीं टीएमसी के दूसरे नेता जवाहर सरकार ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए लिखा, “वाह। मोदी की काशी परिक्रमा के दौरान प्रदर्शन। हिम्मत है। गोदी मीडिया इसे नहीं दिखाएगी।”
Spokesperson of TMC sharing edited video.
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) December 23, 2021
Here’s the real video.
Take action @Uppolice @UPPViralCheck https://t.co/tF2QF8CeW4 pic.twitter.com/WvAGpujhTq
इस वीडियो को इतनी बारिकी से एडिट किया गया था कि शायद ही कोई इसकी सच्चाई के बारे में पता लगा पाता। हालाँकि ट्विटर यूजर अंकुर सिंह ने वाकये की असल वीडियो शेयर करके टीएमसी नेताओं के प्रोपगेंडा की पोल खोल दी। असली वीडियो तब की है जब 13 दिसंबर को कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद पीएम देर रात परिक्रमा पर निकले। वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी दोनों चल रहे हैं और भीड़ लगातार उनका अभिवादन कर रही है। इसी अभिवादन को म्यूट करके ‘मोदी हाय-हाय’ और ‘योगी चोर’ का ऑडियो वीडियो के साथ जोड़ा गया, जिसे शेयर करके टीएमसी नेता गोदी मीडिया को कोस रहे हैं।