पुणे ग्रामीण पुलिस ने राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार के बारे में एक कथित आपत्तिजनक ट्वीट के संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
एनसीपी के एक अधिकारी अभिजीत भानुदास जाधव द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर बारामती तालुका पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। मामले के विवरण के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने शरद पवार की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस और उस ट्वीट के जवाब के बाद एक यूजर द्वारा पोस्ट किए गए आपत्तिजनक ट्वीट को लेकर पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया था।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अधिकारी ने कहा, “ट्वीट और रिप्लाय दोनों के कंटेंट आपत्तिजनक प्रकृति की है। हमने इन अकाउंट्स की जाँच शुरू की है।” FIR भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत शत्रुता, घृणा या दुर्भावना पैदा करने या बढ़ावा देने से संबंधित थी।
भाजपा नेता सुरेश नखुआ के अनुसार, सोशल मीडिया यूजर वेदश्री उन लोगों में से एक हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वेदश्री ने स्तंभकार शेफाली वैद्य द्वारा पोस्ट किए गए एक ट्वीट को उद्धृत किया था जिसमें उन्होंने शरद पवार का मजाक उड़ाया था। बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने शरद पवार से अनिल देशमुख के अस्पताल में रहने के दौरान संवाददाता सम्मेलन को लेकर सवाल किया था तो उनकी बोलती बंद हो गई थी।
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— Suresh Nakhua ( सुरेश नाखुआ ) (@SureshNakhua) March 24, 2021
Against @Vedashreee_19 for this pic.twitter.com/j6VpIer9Rr
वेदश्री ने ट्वीट किया था, “बौखलाहट तो देखो ऐसी मानो गरम तवे पर रख दिया हो। दादा मजौ आ गयो।” बताया जा रहा है कि लेखक शेफाली वैद्य के खिलाफ भी एनसीपी के अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई हो। हालाँकि अभी यह साफ नहीं है कि शिकायत में उनका नाम है या नहीं। बता दें कि शेफाली वैद्य महा विकास अघाडी सरकार की मुखर आलोचक रही हैं।
शरद पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो का हवाला देते हुए जहाँ उन्होंने अनिल देशमुख के बारे में परस्पर विरोधी तथ्यों का सामना किया, शेफाली वैद्य ने एक ट्वीट पोस्ट कर पूछा था कि वह कितना झूठ बोल रहे हैं।
बता दें कि सोमवार (मार्च 22, 2021) को पवार ने दावा किया कि देशमुख 15 से 27 फरवरी तक नागपुर में थे। पवार ने इसके जरिए यह साबित करने की कोशिश की थी कि फिर इस दौरान मुंबई में वाजे और देशमुख की मुलाकात कैसे संभव है। लेकिन, इस दावे को देशमुख ने ही गलत साबित कर दिया है। उन्होंने बताया है कि वे एक प्राइवेट प्लेन से नागपुर से मुंबई गए थे।
ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर देशमुख ने कहा है कि नागपुर में 15 फरवरी को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। इसके तत्काल बाद आवश्यक अनुमति और सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए होम क्वारंटाइन के लिए वे मुंबई निकल गए। उनका दावा है कि इसके बाद 27 फरवरी तक वह होम क्वारंटाइन में रहे।