जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने अपने स्थानीय दस्तों को हथियार व अन्य साजोसामान सप्लाई किया है। लेकिन, कश्मीर की प्रमुख राजनीतिक पार्टी पीडीपी ने केंद्र सरकार पर हिन्दुओं को हथियारों से लैस करने का आरोप लगाया है। राज्य के कई गाँवों में ‘विलेज डिफेंस कमिटी’ गठित की गई है, जो भारतीय सुरक्षा बलों की देखरेख में काम करती है। लेकिन, पीडीपी ने सुरक्षा बलों के नाम पर भी सांप्रदायिक राजनीति खेलना शुरू कर दिया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि सिर्फ़ स्थानीय हिन्दुओं को हथियारों से लैस किया जा रहा है।
टाइम्स नाउ की ख़बर के अनुसार, पीडीपी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय यह सब स्थानीय भाजपा नेताओं के कहने पर कर रहा है। पार्टी ने कहा कि सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों, जैसे किश्तवाड़ में स्थानीय लोगों को हथियार सप्लाई किए जा रहे हैं। पीडीपी नेता फिरदौस ने कहा कि पूर्व में हथियारों का इस्तेमाल रंगदारी, बलात्कार और लूटपाट के लिए किया जाता रहा है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार न सिर्फ़ स्थानीय जनता बल्कि आरएसएस कैडर को भी हथियारों से लैस कर रही है।
पीडीपी नेता ने दावा किया कि राज्य में संभावित विधानसभा चुनावों को देखते हुए वर्ग विशेष के वोट बैंक को अपने पक्ष में करने के लिए जम्मू को एक युद्धस्थल की तरह प्रयोग किया जा रहा है। बता दें कि डोडा और किश्तवाड़ इलाक़ों में विलेज डिफेंस कमिटियों (VDC) ने सुरक्षा बलों के आतंकरोधी ऑपरेशन में काफ़ी मदद की है। अब पीडीपी आत्मरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों को सांप्रदायिक रंग दे रही है।
#Breaking | Armed Forces equip local teams in villages of Jammu and Kashmir but PDP accuses J&K government of ‘arming Hindus’. More details by @deepduttajourno. pic.twitter.com/GbP3EaEgJb
— TIMES NOW (@TimesNow) July 16, 2019
सरकार ने वीडीसी को और मजबूत करने का कार्य किया है और इस दिशा में क़दम बढ़ाया जा रहा है। जम्मू कश्मीर के पूर्व उप-मुख्यमंत्री कविंदर सिंह ने कहा कि पीडीपी एंटी-नेशनल बातें कर रही है। उन्होंने वीडीसी की तारीफ़ करते हुए कहा कि उसने सुरक्षा के लिए काफ़ी अच्छा काम किया है।