पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुलना क्रूर इस्लामिक शासक औरंगज़ेब से की है। सीएम ममता ने कुछ दिनों पहले धनखड़ को तुगलक की संज्ञा दी थी। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए धनखड़ ने कहा कि ममता बनर्जी के सारे काम उन्हें मुग़ल आक्रांता औरंगज़ेब की याद दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि वो ममता को औरंगज़ेब नहीं कह रहे हैं, लकिन ‘बंगाल की आयरन लेडी’ उसी की तरह काम कर रही हैं। उन्होंने समानांतर सरकार चलाने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि अगर ये सच होता तो ये सब होता ही नहीं लेकिन आरोप लगते रहते हैं।
राज्यपाल ने तृणमूल कॉन्ग्रेस सरकार की कार्यशैली पर चिंता जताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र पूरी तरह ख़त्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि वीसी रूम बंद कर दिया जाता है और विधानसभा के गेट को बंद कर दिया जाता है। राज्यपाल ने बताया कि जब वो शहरों के दौरे पर जाते हैं तो उन्हें वहाँ कोई नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि उनके साथ वही हो रहा है, जो औरंगज़ेब ने छत्रपति शिवाजी के साथ किया था। उन्होंने कहा कि सरकार में पाँच-छह ऐसे मंत्री हैं जो उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं। राज्यपाल ने आरोप लगाया कि उन्हें सूचित किए बिना ही विश्वविद्यालयों में वीसी की नियुक्ति कर दी जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के साथ मिल कर लोकल टीवी चैनल व स्थानीय मीडिया भी उन्हें लगातार परेशान कर रहा है। राज्यपाल ने कहा कि ‘मिशन मोड पर चलने वाली’ मुख्यमंत्री के इशारे पर स्थानीय अख़बार उनका नाम उछालते हैं। ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट’ में बोलते हुए राज्यपाल धनखड़ ने कहा:
“मैं एक संवैधानिक पद पर हूँ। मुझे पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करनी है। लेकिन, मुख्यमंत्री लोगों से मेरे बारे में कुछ भी उलटा-सीधा कहते रहती हैं। अगर वो राज्यपाल की इज्जत नहीं करेंगी तो फिर कैसे चलेगा? एससी-एसटी बिल को लेकर मेरे पास फाइल आई तो मैंने 3 दिन इंतज़ार करने के बाद बताया कि ये क़ानून तो पहले से ही है। इसका उनके पास कोई जवाब नहीं। लिंचिंग वाले बिल पर मैंने सभी को टेक्स्ट भेजने को कहा लेकिन मेरे द्वारा भेजा गया टेक्स्ट विपक्षी नेताओं को मिला ही नहीं। “
West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar at #ConclaveEast19 #ITLivestream https://t.co/Jy7aSrRvK8
— India Today (@IndiaToday) December 7, 2019
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि ममता बनर्जी लड़ाई कर रही हैं और उनका निशाना वो हैं। उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी को चाय पर बुलाने के बावजूद वो नहीं पहुँचीं। हालाँकि, राज्यपाल ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वो कनेक्ट नहीं हैं। उन्होंने बताया कि राज्यपाल बनने के बाद वो पीएम से मिले थे।