गुजरात विधानसभा चुनावों की मतगणना जारी है। अब तक सामने आए नतीजों में भाजपा एक बार फिर प्रचंड बहुमत हासिल करने जा रही है। हालाँकि, चुनाव में तीन प्रमुख चेहरे भी हैं, जो कभी भाजपा सरकार की विरोध का गुजरात में चेहरा बने थे। इनमें से दो चेहरे भाजपा में शामिल होकर चुनाव जीत गए हैं।
साल 2017 के विधानसभा चुनावों के दौरान तीन चेहरे हीरे बनकर उभरे थे। इन चेहरों को कॉन्ग्रेस सहित विपक्षी दलों का खूब सहयोग मिला था। अब ये तीनों चेहरे खुद मैदान में हैं। ये तीन चेहरे हैं- हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी।
तीनों युवा नेताओं ने मिलकर राज्य में भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी। पाटीदारों के लिए आरक्षण का मुद्दा उठाने वाले हार्दिक पटेल ने बड़ा आंदोलन चलाया था। अल्पेश ठाकोर ने पिछड़े वर्ग और जिग्नेश मेवाणी ने दलितों को एकजुट किया था। उस दौरान इन तीनों के कारण भाजपा के कई विधायक हार गए थे।
बाद में तीनों युवा नेता कॉन्ग्रेस में शामिल हो गए। विधानसभा चुनावों की घोषणा से ठीक पहले हार्दिक पटेल कॉन्ग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें गृहनगर विरमगाम सीट से मैदान में उतारा है। हार्दिक यहाँ से कॉन्ग्रेस के लाखाभाई भरवाड़ को हराया दिया है।
अल्पेश ठाकोर भी चुनावों से पहले कॉन्ग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। ठाकोर को भाजपा ने गाँधीनगर दक्षिण सीट से मैदान में उतारा था। अल्पेश का मुकाबला कॉन्ग्रेस के हिमांशु पटेल और आम आदमी पार्टी के देवेंद्र पटेल से है। यहाँ अल्पेश ने यहाँ कॉन्ग्रेस को पराजित किया है।
वहीं, जिग्नेश मेवाणी कॉन्ग्रेस उम्मीदवार के तौर पर वडगाम से चुनावी मैदान में हैं। मेवाणी का मुकाबला भाजपा के मणिलाल वाघेला से था। इस मुकाबले में मेवाणी को कड़ी टक्कर मिल रही है। साल 2017 में जिग्नेश ने इस सीट को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीता था।
साल 2019 के लोकसभा चुनावों के जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट कर कहा था, “किसी ऐसे व्यक्ति को वोट दें जो आपके बच्चों को ऑक्सफोर्ड (Oxford) भेजता है न कि अयोध्या। ऐसे व्यक्ति को वोट दें, जो आपको अच्छे स्कूल और अस्पताल बनाने का वादा करता है, न कि राम मंदिर। ऐसे व्यक्ति के लिए वोट करें, जिसका शासन में ट्रैक रिकॉर्ड है और आतंकवाद में नहीं।”