Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीतिगुजरात राज्यसभा उपचुनाव: जुगलजी ठाकोर, विदेश मंत्री जयशंकर जीते, कॉन्ग्रेस को मिला 'लड्डू'

गुजरात राज्यसभा उपचुनाव: जुगलजी ठाकोर, विदेश मंत्री जयशंकर जीते, कॉन्ग्रेस को मिला ‘लड्डू’

कॉन्ग्रेस अभी भी हार मानने के मूड में नहीं दिख रही है। उसने विधानसभा अध्यक्ष और रिटर्निंग अफसर को लिखित आपत्तिपत्र देकर ठाकोर और झाला के मतों को ख़ारिज करने की माँग की है। आरोप लगाया है कि उन्होंने......

गुजरात के हिस्से की राज्यसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में विदेश मंत्री एस जयशंकर और भाजपा के दूसरे उम्मीदवार जुगलजी ठाकोर ने जीत हासिल की है। उन्हें भाजपा के 100 विधायकों के अतिरिक्त दो बागी कॉन्ग्रेसियों, एनसीपी और छोटे दलों का भी समर्थन मिला है। जयशंकर ने अपनी जीत के लिए भाजपा को धन्यवाद दिया है।

कॉन्ग्रेस का कानूनी दाँव नाकाम

कॉन्ग्रेस पर तंज़ कसते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि कॉन्ग्रेस सुप्रीम कोर्ट तक गई, लेकिन उसके हाथ निराशा ही लगी; हमारे दोनों उम्मीदवार भारी मतों से विजयी हुए हैं। गौरतलब है कि जयशंकर और जुगलजी ठाकोर को 105-105 मत प्राप्त हुए, जबकि कॉन्ग्रेस उम्मीदवारों चन्द्रिका चूड़ास्मा और गौरव पंड्या को 70-70 मतों से ही संतोष करना पड़ा। कॉन्ग्रेस दोनों राज्यसभा सीटों का चुनाव अलग-अलग कराए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी, लेकिन अदालत ने निर्वाचन आयोग के अधिकार क्षेत्र में दखल देने से साफ़ इंकार कर दिया। भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में मंतदान करने के तुरंत बाद कॉन्ग्रेस बागियों अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह झाला ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया। इसके अलावा कॉन्ग्रेस की सहयोगी और संप्रग की अंग राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक विधायक और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायकों का भी वोट मिला।

कॉन्ग्रेस ने नहीं मानी हार

कॉन्ग्रेस अभी भी हार मानने के मूड में नहीं दिख रही है। उसने विधानसभा अध्यक्ष और रिटर्निंग अफसर को लिखित आपत्तिपत्र देकर ठाकोर और झाला के मतों को ख़ारिज करने की माँग की है। आरोप लगाया है कि उन्होंने पारी व्हिप का उल्लंघन किया था। जयशंकर ने इस मौके पर कहा कि विदेशमंत्री होने के नाते विदेश में भारी तादाद में बसे भारतीयों से संपर्क अब वह गुजरात के प्रतिनिधि के तौर पर भी करेंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -