गुजरात के हिस्से की राज्यसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में विदेश मंत्री एस जयशंकर और भाजपा के दूसरे उम्मीदवार जुगलजी ठाकोर ने जीत हासिल की है। उन्हें भाजपा के 100 विधायकों के अतिरिक्त दो बागी कॉन्ग्रेसियों, एनसीपी और छोटे दलों का भी समर्थन मिला है। जयशंकर ने अपनी जीत के लिए भाजपा को धन्यवाद दिया है।
कॉन्ग्रेस का कानूनी दाँव नाकाम
कॉन्ग्रेस पर तंज़ कसते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि कॉन्ग्रेस सुप्रीम कोर्ट तक गई, लेकिन उसके हाथ निराशा ही लगी; हमारे दोनों उम्मीदवार भारी मतों से विजयी हुए हैं। गौरतलब है कि जयशंकर और जुगलजी ठाकोर को 105-105 मत प्राप्त हुए, जबकि कॉन्ग्रेस उम्मीदवारों चन्द्रिका चूड़ास्मा और गौरव पंड्या को 70-70 मतों से ही संतोष करना पड़ा। कॉन्ग्रेस दोनों राज्यसभा सीटों का चुनाव अलग-अलग कराए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी, लेकिन अदालत ने निर्वाचन आयोग के अधिकार क्षेत्र में दखल देने से साफ़ इंकार कर दिया। भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में मंतदान करने के तुरंत बाद कॉन्ग्रेस बागियों अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह झाला ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया। इसके अलावा कॉन्ग्रेस की सहयोगी और संप्रग की अंग राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक विधायक और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायकों का भी वोट मिला।
कॉन्ग्रेस ने नहीं मानी हार
कॉन्ग्रेस अभी भी हार मानने के मूड में नहीं दिख रही है। उसने विधानसभा अध्यक्ष और रिटर्निंग अफसर को लिखित आपत्तिपत्र देकर ठाकोर और झाला के मतों को ख़ारिज करने की माँग की है। आरोप लगाया है कि उन्होंने पारी व्हिप का उल्लंघन किया था। जयशंकर ने इस मौके पर कहा कि विदेशमंत्री होने के नाते विदेश में भारी तादाद में बसे भारतीयों से संपर्क अब वह गुजरात के प्रतिनिधि के तौर पर भी करेंगे।