Sunday, December 22, 2024
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प्रियंका गाँधी का बंगला बचाने के लिए ताकतवर कॉन्ग्रेसी नेता ने किया फोन, PM मोदी के मंत्री ने खोल दी पोल

"तथ्य अपने आप बोलते हैं। मुझे 4 जुलाई की दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर एक ताकतवर कॉन्ग्रेसी नेता का फोन आया था। जिसमें मुझसे रिक्‍वेस्‍ट की गई कि 35, लोधी एस्‍टेट किसी और कॉन्ग्रेस सांसद को अलॉट कर दिया जाए ताकि प्रियंका वाड्रा रह सकें।"

कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी को अलॉट किया गया लोधी एस्‍टेट के बंगला नंबर 35 का विवाद गहरा गया है। बुधवार (जुलाई 14, 2020) को प्रियंका गाँधी ने उन रिपोर्ट्स का खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि उन्‍होंने कुछ और दिन की मोहलत माँगी है।

प्रियंका गाँधी ने ऐसी एक रिपोर्ट पर ट्वीट कर कहा कि उन्‍होंने सरकार से ऐसी कोई दरख्‍वास्‍त नहीं की है। उन्‍होंने कहा कि वह सरकार के निर्देशानुसार, 1 अगस्‍त तक सरकारी बंगला खाली कर देंगी।

प्रियंका गाँधी के ट्वीट के बाद, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने खुलासा किया उन्‍हें प्रियंका की पैरवी के लिए एक बड़े कॉन्ग्रेसी नेता का फोन आया था। उन्‍होंने कहा कि फोन करने वाले ने किसी और कॉन्ग्रेस सांसद के नाम बंगला अलॉट करने को कहा ताकि प्रियंका वहाँ रहना जारी रख सकें।

दरअसल, न्‍यूज एजेंसी आईएएनएस ने एक खबर छापी थी। इसमें कहा गया कि प्रियंका ने सरकारी बंगले में कुछ समय तक और रहने की इजाजत माँगी है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह दरख्‍वास्‍त मान ली है।

कई सारी वेबसाइट और टीवी चैनलों पर चली इस रिपोर्ट को प्रियंका ने ‘फेक न्‍यूज’ करार दिया है। उन्‍होंने साफ कहा कि उनकी तरफ से ऐसी कोई रिक्‍वेस्‍ट सरकार से नहीं की गई है।

इसके बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट करते हुए कहा, “तथ्य अपने आप बोलते हैं। मुझे 4 जुलाई की दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर एक ताकतवर कॉन्ग्रेसी नेता का फोन आया था। जिसमें मुझसे रिक्‍वेस्‍ट की गई कि 35, लोधी एस्‍टेट किसी और कॉन्ग्रेस सांसद को अलॉट कर दिया जाए ताकि प्रियंका वाड्रा रह सकें।” पुरी ने प्रियंका को ताकीद करते हुए कहा, “हर चीज को सेंशनलाइज मत कीजिए।”

सच्चाई का खुलासा होने के बाद प्रियंका गाँधी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यदि किसी ने आपसे कहा है तो मैं उनकी चिंता के लिए उसे धन्यवाद कहती हूँ। साथ ही आपके विचार के लिए भी धन्यवाद देती हूँ, लेकिन यह भी तथ्यों को नहीं बदलता है कि मैंने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया और मैं ऐसा कोई अनुरोध नहीं कर रही हूँ। मैं 1 अगस्त तक घर खाली कर दूँगी।”

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इस पर तंज कसते हुए कहा कि शक्तिशाली कॉन्ग्रेस नेता ने हरदीप सिंह पुरी को इसलिए फोन किया था, क्योंकि ये हाईकमांड का ऑर्डर था।

गौरतलब है कि सरकार ने प्रियंका गाँधी वाड्रा को लुटियंस जोन का स्थित बंगला खाली करने को कहा था। प्रियंका को ये बंगला एक अगस्त तक खाली करना है। एसपीजी सुरक्षा हटने के चलते बंगला खाली करना होगा। इस बाबत उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया था। दिल्ली का बंगला वापस लिए जाने के बाद प्रियंका गाँधी का नया ठिकाना लखनऊ में होगा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से 30 जून को नोटिस भेजकर प्रियंका से बंगला खाली करने को कहा गया था। अपने पत्र में सरकार ने कहा था कि प्रियंका 35 लोधी एस्टेट सरकारी आवास को एक महीने के अंदर खाली कर दें, क्योंकि वह अब एसपीजी की सूची में नहीं हैं।

गृह मंत्रालय ने लिखा था, “प्रियंका गांधी को सीआरपीएफ कवर के साथ ‘जेड प्लस’ सुरक्षा अखिल भारतीय स्तर पर मुहैया कराई गई है, जिसमें सरकारी आवास के आवंटन या उसे बरकरार रखने का कोई प्रावधान नहीं है।”

आदेश में कहा गया था, “इसके मद्देनजर वह किसी सरकारी आवास की हकदार नहीं हैं और उनके आवंटन को डायरेक्‍टरेट ऑफ एस्टेट ने एक महीने के अंदर आवास खाली करने के निर्देश के साथ एक जुलाई, 2020 को रद्द कर दिया है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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