वामपंथी पोर्टल द वायर की रिपोर्ट के आधार पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुयान सरमा के खिलाफ पीपीई किट में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने पर सीएम सरमा ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर पलटवार किया है। सीएम सरमा ने मनीष सिसोदिया को आपराधिक मानहानि केस मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही उन्होंने उपदेश नहीं देने को कहा है।
बुधवार (1 जून 2022) को विवादित पोर्टल ने एक रिपोर्ट पब्लिश की, जिसमें उसने आरोप लगाया कि कथित तौर पर रिंकी भुयान के मालिकाना हक वाली वाली एक कपंनी को कोरोना से निपटने के लिए पीपीई किट और दूसरे कोविड से जुड़े सामानों की आपूर्ति का ऑर्डर मिला था। रिपोर्ट के मुताबिक, असम में जब सर्बानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री थे और हिमंता बिस्वा सरमा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री थे, तो उनकी पत्नी रिंकी भुयान सरमा की कंपनी को बिना किसी अनुभव के ही 5,000 पीपीई किट, मेडिकल उपकरण और अन्य सुरक्षा के सामानों की आपूर्ति करने का ऑर्डर दिया गया था।
बाद में रिंकी भुयान सरमा ने द वायर की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का खंडन किया और कहा कि ये पूरी तरह से फ्री था। बावजूद इसके 4 जून 2022 को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
Addressing an Important Press Conference | LIVE https://t.co/QGp2278095
— Manish Sisodia (@msisodia) June 4, 2022
पलटवार करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया, “ऐसे समय में जब पूरा देश 100 से अधिक वर्षों में सबसे खराब महामारी का सामना कर रहा था, असम के पास शायद ही कोई पीपीई किट थी, मेरी पत्नी ने आगे आने और लगभग 1500 दान करने का साहस किया। जान बचाने के लिए सरकार को मुफ्त में उसने एक पैसा भी नहीं लिया।” उन्होंने पीपीई किट दान करने के रिंकी भुयान सरमा के स्वामित्व वाली कंपनी के पदाधिकारियों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन असम के निदेशक द्वारा लिखित प्रशंसा पत्र भी संलग्न किया।
At a time when the entire country was facing the worst pandemic in over 100 years , Assam hardly had any PPE Kits
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 4, 2022
My wife took the courage of coming forward and donating around 1500 free of cost to the govt to save lives
She didn’t take a single penny. pic.twitter.com/ESPJ64qKen
हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे ट्वीट किया, “मनीष सिसोदिया ने उस समय बिल्कुल अलग पक्ष दिखाया था। आपने दिल्ली में फंसे असमिया लोगों की मदद के लिए मेरे कई कॉल्स को ठुकरा दिया। मैं एक उदाहरण कभी नहीं भूल सकता, जब मुझे दिल्ली के मुर्दाघर से एक असमिया कोविड पीड़ित का शव लेने के लिए सिर्फ 7 दिन इंतजार करना पड़ा।”
While you Mr Manish Sisodia at that point of time showed a completely different side. You refused my multiple calls to help Assamese people stuck in Delhi. I can never forget one instance when I had to wait 7 days just to get a Assamese covid victim’s body from Delhi’s mortuary.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 4, 2022
इसके साथ ही उन्होंने मनीष सिसोदिया को कोर्ट में अपने आरोप को साबित करने की चुनौती दी। सरमा ने कहा, “उपदेश देना बंद करो और मैं आपको जल्द ही गुवाहाटी में देखूँगा, क्योंकि आप आपराधिक मानहानि का सामना करेंगे।”
Stop sermonising and I will see you soon in Guwahati as you will face criminal defamation.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 4, 2022
हिमंत बिस्वा सरमा को जवाब देते हुए AAP नेता मनीष सिसोदिया ने 18 मार्च 2020 को एक ‘रद्द किए गए खरीद आदेश’ की एक तस्वीर ट्वीट की। मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा, “माननीय मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा जी ये रहा आपकी पत्नी का खरीदने का अनुबंध। जेसीबी इंडस्ट्रीज के नाम पर 5000 किट 990/- रुपये प्रति किट। बताइए क्या यह पेपर झूठा है? जब आप स्वास्थ्य मंत्री थे तो क्या अपनी पत्नी की कंपनी को बिना किसी टेंडर के खरीद आदेश देना भ्रष्टाचार नहीं है?”
माननीय मुख्यमंत्री @himantabiswa जी! यह रहा आपकी पत्नी की JCB इंडस्ट्रीज के नाम 990/- प्रति किट के हिसाब से 5000 किट ख़रीदने का contract… बताइए क्या यह काग़ज़ झूँठा है?
— Manish Sisodia (@msisodia) June 4, 2022
क्या स्वास्थ्यमंत्री रहते अपनी पत्नी की कम्पनी को बिना टेंडर purchase order देना भ्रष्टाचार नहीं है? https://t.co/qHcZYjfkrv pic.twitter.com/XR5q9V2bTe