उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूँ के बीजेपी प्रत्याशी दुर्विजय शाक्य के समर्थन में बबराला और आँवला के बीजेपी उम्मीदवार धर्मेंद्र कश्यप के समर्थन में फरीदपुर में चुनावी जनसभाएँ कीं। इस दौरान उन्होंने कॉन्ग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि कॉन्ग्रेस और सपा गोकशी की छूट देना चाहते हैं। कॉन्ग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि वह सत्ता में आने पर अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की स्वतंत्रता देगी। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस की ओर से किए गए इस वादे से गोकशी की घटनाएँ बढ़ेंगी लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।
जनसभा को संबोधित करते हुए शनिवार (04 मई 2024) को योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आप मुझे बता, ये कॉन्ग्रेस और सपा-बसपा वालों को क्या गौमाता को काटने की छूट देंगे क्या? अरे पाप करने के लिए हम नहीं बैठे हैं। अगर कोई पाप करने में भागीदार बनता है, तो हम उसके साथ भागीदार नहीं बनेंगे, बल्कि गौमाता की रक्षा करने के लिए अपनी भी जान देंगे, लेकिन गौमाता का बाल भी बाँका नहीं करने देंगे। अरे उत्तर प्रदेश में हम लोग गौकशी करने के बारे में तो दूर, कोई उसके बारे में सोचेगा भी न, तो उसके लिए जहन्नुम के द्वार पहले खुल जाएँगे। गौहत्या बाद में करेगा वो।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या के महाराजा दिलीप ने गोमाता को शेर के मुँह से छुड़ाया था और बाद में उन्हीं के कुल में भगवान राम पैदा हुए। सपा-कॉन्ग्रेस और बसपा को गलतफहमी है कि वह किसी भी समुदाय की रुचि के अनुसार खान-पान की स्वतंत्रता दे देंगे। गोकशी करना तो दूर यूपी में ऐसा सोचने वालों के लिए भी पहले जहन्नुम के द्वार खुल जाएँगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फरीदपुर की रैली में कहा कि पहले कॉन्ग्रेस और सपा के नेतृत्व वाला गठबंधन राम के अस्तित्व को नकारता था। अब अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनने के बाद उनके नेता कह रहे हैं कि राम सबके हैं, ये इनका दोहरा चरित्र है। उन्होंने कॉन्ग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे चुनाव के बाद जनता को पहचानते नहीं है। योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में कानून का राज है। माफिया-गुंडों का राम नाम सत्य करना हमारी जिम्मेदारी है, जो कानून से खेलेगा सीधा ऊपर जाएगा।’