अवैध तरीके से रेत खनन करने के मामले में गिरफ्तार किए गए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के भतीजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी (Bhupinder Singh) को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 2018 में अवैध खनन के मामले की जाँच के दौरान हनी प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की रडार पर आया था।
जाँच एजेंसी ने शुक्रवार (11 फरवरी 2022) को हनी को जालंधर की कोर्ट में पेश किया। इससे पहले की दो सुनवाइयों में अदालत ने हनी को ईडी की हिरासत में भेज दिया था। वो 8 फरवरी से 11 फरवरी तक ईडी की ही हिरासत में था। ED ने इसी साल जनवरी 2022 में भूपिंदर सिंह हनी के घर समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 10 करोड़ की नकदी, 21 लाख रुपए के गहने और रोलैक्स घड़ी मिली थी।
हनी कबूल चुका है अपना गुनाह
गौरतलब है कि अवैध रेत खनन के मामले में हनी को 3 फरवरी 2022 को जालंधर से गिरफ्तार किया गया था। 7 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान जारी कर बताया था कि सीमावर्ती राज्य में बालू खनन से जुड़ी गतिविधियों, अधिकारियों की नियुक्ति और तबादले में मदद करने के बदले 10 करोड़ रुपए नकद प्राप्त होने की बात भूपिंदर सिंह ने कबूल कर ली थी।
जाँच एजेंसी ने अपने बयान में कहा था कि हनी को कुछ दस्तावेजों के साथ तीन फरवरी को एजेंसी के समक्ष व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए समन जारी किया गया था। हनी आया और उसने अपने बयान दिए। उसने ये स्वीकार किया कि वह खनन संबंधी गतिविधियों में शामिल है, लेकिन दोष साबित करने वाला डाटा सामने रखे जाने पर वह टालमटोल करने लगा था।
वहीं अब हमेशा की तरह कॉन्ग्रेस अपने कारनामों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए आरोप-प्रत्यारोप पर उतर आई है। जहाँ कॉन्ग्रेस इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बता रही है, तो वहीं पंजाब के सीएम चन्नी कह रहे हैं कि कानून अपना काम कर रहा है और उन्हें उस पर कोई आपत्ति नहीं है।