Monday, November 18, 2024
Homeराजनीति'इमरती देवी अब जलेबी बन गई हैं': कमलनाथ के बाद अब उनके मंत्री रहे...

‘इमरती देवी अब जलेबी बन गई हैं’: कमलनाथ के बाद अब उनके मंत्री रहे कॉन्ग्रेसी नेता ने की महिला विरोधी टिप्पणी

इमरती देवी पर टिप्पणी करते हुए सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, "इमरती देवी अब जलेबी बन गई हैं।" सज्जन सिंह कॉन्ग्रेस के पुराने नेताओं में से एक हैं और दिग्विजय सिंह से लेकर कमलनाथ सरकार तक में मंत्री रहे हैं।

मध्य प्रदेश में हुए उपचुनाव में कॉन्ग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी नेताओं ने एक बार फिर से विवादित बयान देना शुरू कर दिया है। कॉन्ग्रेस नेता सज्जन सिंह ने पूर्व मंत्री इमरती देवी पर निशाना साधते हुए कहा है कि इमरती देवी अब ‘जलेबी’ बन गई हैं। सज्जन सिंह वर्मा से पूछा गया था कि कहीं इमरती देवी पर की गई टिप्पणी तो कॉन्ग्रेस पर भारी नहीं पड़ी, जिससे उपचुनावों में उसकी बुरी हार हुई।

मध्य प्रदेश में हुए उपचुनावों में भाजपा 28 में से 20 सीट जीत कर अपनी सरकार बचाने में कामयाब रही, जबकि कॉन्ग्रेस को मात्र 8 सीटें मिलीं। शिवराज सिंह चौहान को अपनी सरकार बचाने के लिए 14 सीटें जीतने की आवश्यकता थी। ग्वालियर-चम्बल में ‘महाराज’ कहने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर से अपना दबदबा साबित किया। सिंधिया ने ही कमलनाथ के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस की सरकार गिराई थी।

सज्जन सिंह वर्मा ने पत्रकारों के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल दागा कि अगर इमरती देवी के बयान की वजह से मध्य प्रदेश के उपचुनाव में कॉन्ग्रेस पार्टी की हार हुई तो फिर इमरती देवी खुद कैसे चुनाव हार गईं? डबरा विधानसभा क्षेत्र से कॉन्ग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे ने इमरती देवी को 7633 मतों से हराया। उन पर टिप्पणी करते हुए सज्जन सिंह ने कहा, “इमरती देवी अब जलेबी बन गई हैं।” भाजपा ने इस बयान पर आपत्ति जताई है।

बता दें कि 68 वर्षीय सज्जन सिंह वर्मा इंदौर में कॉन्ग्रेस के पुराने नेताओं में से एक हैं और 1998-2003 तक चली दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे थे। कमलनाथ सरकार में भी वो मंत्री रहे। उन्होंने 1985 में इंदौर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के पार्षद से लेकर 2009 में सांसद तक का सफर तय किया। वो देवास और इंदौर, दोनों ही जिलों में प्रभाव रखते हैं। ऐसे में उनकी टिप्पणी से पार्टी की फजीहत हो रही है।

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंच से भाषण देते वक्त कहा था, “सुरेश राजे हमारे उम्मीदवार हैं, सरल स्वभाव के सीधे-साधे हैं। यह उसके जैसे नहीं है, क्या है उसका नाम? मैं क्या उसका नाम लूँ, आप तो उसको मुझसे ज्यादा अच्छे से जानते हैं, आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, “यह क्या आइटम है।” जवाब में इमरती देवी ने कहा था कि जिस तरह की भाषा कमलनाथ ने इस्तेमाल की, ऐसी भाषा सड़क किनारे बैठने वाले शराबी इस्तेमाल करते हैं। 

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -