तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की नेता महुआ मोइत्रा के एक्स बॉयफ्रेंड वकील जय अनंत देहाद्राई का कहना है कि वो महुआ पर लगाए गए आरोपों से कतई पीछे नहीं हटेंगे। देहाद्राई का आरोप था कि वो अपने एक्स बॉयफ्रेंड के खिलाफ निगरानी कर रही थीं। इसकी शिकायत उन्होंने सीबीआई में दर्ज की है। वही सुप्रीम कोर्ट में बुधवार (3 जनवरी, 2024) को संसद से निलंबन केस में सुनवाई करने जा रहा है।
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट के वकील TMC सांसद रही महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘कैश फॉर क्वेरी’ केस में शिकायतकर्ता थे। इसी शिकायत की वजह से महुआ मोइत्रा को संसद से निलंबित कर दिया गया था और उनकी सांसदी चली गई थी।
ANI से बात करते हुए बुधवार (3 जनवरी, 2024) को वकील जय अनंत देहाद्राई ने कहा, “मैंने अपनी शिकायत सीबीआई को दे दी है। यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और ओडिशा के कुछ लोग हैं जो उन लोगों को पैसा दे रहे हैं और समर्थन कर रहे हैं जिनके खिलाफ मैंने (सीबीआई को) शिकायत दर्ज की है। ये लड़ाई थोड़ी खतरनाक है, लेकिन मैं पीछे नहीं हटूँगा।”
बताते चलें कि इससे देहाद्राई ने मंगलवार (2 जनवरी,2023) को आरोप लगाया कि टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल पुलिस में अपने संपर्कों की वजह से वो उनकी अवैध निगरानी कर रही थीं।
देहाद्राई ने शुक्रवार (29 दिसंबर, 2023) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और CBI निदेशक प्रवीण सूद को लिखे पत्र में कहा गया है कि ऐसी संभावना है कि टीएमसी नेता मोइत्रा उनके फोन नंबर का इस्तेमाल कर वो कहाँ जा रह रहे और रह रहे इसे ट्रैक कर रही हैं।
उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि महुआ मोइत्रा ने पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिल कर गैरकानूनी तरीके से उनकी सर्विलांस की साजिश रची। उन्होंने आरोप लगाया, “मोइत्रा का बंगाल पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने प्रभाव और रिश्तों का बेजा इस्तेमाल कर निजी लोगों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) हासिल करने का इतिहास है, ताकि कुछ निजी लोगों के सटीक ठिकानों पर नजर रखने की उनकी इच्छा पूरी हो सके इसके साथ ही उन लोगों का ब्यौरा भी हासिल करती हैं जो उनके संपर्क में हैं।”
वकील देहाद्राई ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि इससे पहले, टीएमसी नेता सक्रिय तौर से 2019 में सुहान मुखर्जी नाम के एक शख्स को ट्रैक कर रही थीं।” उन्होंने आगे कहा, “मोइत्रा ने मुझे पहले भी कई मौकों पर मुँह से और 26 सितंबर, 2019 को व्हाट्सएप्प पर लिखकर बताया था कि वह अपने पूर्व प्रेमी सुहान मुखर्जी पर सक्रिय तौर से नज़र रख रही थीं क्योंकि उन्हें उनके एक जर्मन महिला के साथ संबंध होने का शक था।”
जय अनंत देहाद्राई ने आगे आरोप लगाया कि मोइत्रा के पास वरिष्ठ बंगाल पुलिस अधिकारियों की मदद से मुखर्जी के फोन के पूरे कॉल रिकॉर्ड और हिस्ट्री थे। इसमें उसे उन लोगों के बारे में सटीक जानकारी थी जो मुखर्जी के संपर्क में थे। इसके साथ ही दिन के सभी घंटों के लिए मुखर्जी कहाँ रहते थे ये भी पता रहते थे।”
वकील देहाद्राई ने यह भी कहा कि महुआ मोइत्रा ने उन्हें पहले भी कई धमकियाँ दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कई मौकों पर उन्हें लगा कि दिल्ली में उनके घर के बाहर उनकी कार का पीछा किया जा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ महुआ मोइत्रा ने देहाद्राई के लगाए आरोपों का जवाब देते हुए एक्स पर गृह मंत्रालय से पूरे भारत के सभी दिलजले हारे मरीजों की शिकायतों पर विचार करने के लिए CBI में एक खास निदेशक नियुक्त करने का आग्रह किया। लोकसभा से निलंबित होने के बाद मोइत्रा ने कहा था कि एथिक्स कमेटी ने जाँच की तह तक पहुँचे बगैर ही उन्हें फाँसी देने का फैसला कर लिया।
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट बुधवार को लोकसभा से निष्कासन के खिलाफ टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा की याचिका पर सुनवाई है। मामले की सुनवाई जस्टिस संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की बेंच करेगी। इससे पहले इस मामले की सुनवाई पहले 15 दिसंबर, 2023 तक टाल दी गई। सुप्रीम कोर्ट ने संसदीय निकाय से हटाने को चुनौती देने वाली मोइत्रा की याचिका पर समीक्षा करने का फैसला किया था।