Monday, November 18, 2024
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‘9 साल में RCP सिंह ने खरीदी 40 बीघा जमीन’: जिस IAS को नीतीश कुमार ने बनाया नेता, उससे अब JDU ने माँगा हिसाब-किताब

आरसीपी सिंह और उनके घरवालों पर 2013 से अब तक नालंदा जिले के सिर्फ दो प्रखंड- अस्थावां और इस्लामपुर में करीब 40 बीघा जमीन को खरीदने का आरोप है है।

जनता यूनाइटिड दल (जदयू) ने अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व आईएएस आरसीपी सिंह को अकूत संपत्ति मामले के मद्देनजर नोटिस भेजा है। इस नोटिस में कहा गया है कि आरसीपी सिंह ने साल 2013 से साल 2022 के बीच अपने व अपने परिवार के नाम अकूत संपत्तियों को खरीदा, जिनमें अनिमयमितताएँ पाई गई हैं।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, 2013-2022 के बीच खरीदी गई ज्यादातर जमीनें आरसीपी सिंह की पत्नी (गिरजा सिंह) और दोनों बेटियों (लिपि सिंह और लता सिंह) के नाम पर हैं। आरसीपी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में इनका जिक्र तक नहीं किया था।

कथिततौर पर आरसीपी सिंह और उनके घरवालों ने साल 2013 से अब तक नालंदा जिले के सिर्फ दो प्रखंड- अस्थावां और इस्लामपुर में करीब 40 बीघा जमीन को खरीदा। इसके अलावा कई और जिलों में भी उनकी संपत्ति होने की बात सामने आई। इस्लामपुर अंचल के सैफाबाद मौजा में 12 प्लॉट और केवाली अंचल में 12 प्लॉट खरीदे गए थे। ये खरीद 2013-2016 के बीच लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर हुई थी।

इसके बाद सितंबर 2014 को भी नालंदा के सिलाव में लता और लिपि के नाम 2 प्लॉट की खरीद हुई। फिर अस्थावां के शेरपुर में 34 प्लॉट खरीदे गए जिनमें से 4 प्लॉट 2011-2013 में लता-लिपि के नाम पर थे। बाकी 12 प्लॉट गिरजा सिंह के नाम पर लिए गए और 18 प्लॉट फिर लता के नाम पर हुए।

उल्लेखनीय है कि पार्टी ने इन्हीं संपत्तियों से जुड़े सवालों पर आरसीपी सिंग से उनका जवाब माँगा है। नोटिस में लिखा गया कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भ्रष्टाचार के जीरो टॉसरेंस पर काम करते रहे हैं और इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नेता पर कभी कोई दाग नहीं लगा और न ही उन्होंने संपत्ति बनाई।

पार्टी ने आरसीपी सिंह को याद दिलाया कि कैसे उन्हें नीतिश कुमार ने 2 बार राज्यसभा सदस्य, पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय अध्य और केंद्र मंत्री के तौर पर काम करने का मौका दिया। मगर बावजूद इसके उन्होंने ऐसा भ्रष्टाचार किया। पार्टी ने आरसीपी सिंह को कहा कि वो पूछे गए सवालों पर अपनी स्पष्ट राय दें और पार्टी को बताएँ कि ऐसा क्यों हुआ।

इस पूरे मामले पर जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा का भी बयान आया है। उन्होंने बताया कि मामला भ्रष्टाचार का लग रहा है और वह लोग आरसीपी सिंह के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने आरसीपी सिंह के पार्टी में होने के सवाल पर कहा, “RCP सिंह जिस तरीके का व्यवहार कर रहें हैं उसको देखकर आपको लगता है कि वो पार्टी में हैं? खुद ही उन्होंने अपना ऐसा रास्ता तैयार कर लिया है जिससे उन्होंने मान लिया है कि वे पार्टी में नहीं हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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