कोरोना महामारी को नियंत्रण में करने के लिए झारखंड की हेमंत सरकार ने रामनवमी जुलूस को लेकर बड़ा फैसला किया है। हेमंत सरकार ने रामनवमी के मौके पर जुलूस निकालने पर रोक लगा दिया है, जिसको लेकर भाजपा विरोध कर रही है। झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाने को कहा है। हेमंत सरकार ने प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले को काबू में करने के लिए गाइडलाइन जारी की है।
गाइडलाइंस के मुताबिक झारखंड में रामनवमी जुलूस पर रोक लगाई गई है। गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड सरकार के इस फैसले से असहमति जताते हुए मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाने की बात कही है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “सारे विरोध के बावजूद जब बाबा का मंदिर मैंने सुप्रीम कोर्ट से आदेश लेकर खुलवा दिया, इसी बात पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से लड़ाई कर मैं और मेरा परिवार 22 केस लड़ रहा है और बाबा की कृपा से जीत हासिल भी कर रहा है तो रामनवमी का पूरे झारखंड में जुलूस के लिए भी मैं सुप्रीम कोर्ट तक जाऊँगा। हिम्मतें मरदा मददे ख़ुदा।”
तो रामनवमी का पूरे झारखंड में जुलूस के लिए भी मैं सुप्रीम कोर्ट तक जाऊँगा ।हिम्मतें मरदा मददे ख़ुदा
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) March 29, 2021
निशिकांत दूबे ने आगे सवालिया लहजे में कहा कि यदि मधुपुर विधानसभा उपचुनाव 2021 में चुनावी रैली हो सकती है, तो रामनवमी का जुलूस क्यों नहीं निकल सकता है। पूजा समिति यदि रामनवमी का जुलूस निकालने के लिए इच्छुक होगी तो हम लोग इसका तन-मन-धन से समर्थन करेंगे।
इससे पहले 22 मार्च को, हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल ने रामनवमी समारोहों पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले पर आपत्ति जताई थी। जायसवाल ने विधानसभा में कहा था, “रामनवमी हजारीबाग में श्रद्धा का त्योहार है और जुलूस पर प्रतिबंध लगाने से लोगों की भावनाओं को चोट पहुँचेगी।”
बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर राज्य सरकार ने कई दिशा-निर्देश जारी किए। इसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर होली नहीं खेलने के निर्देश भी दिए गए। इसके अलावा सरहुल, शब-ए-बरात, नवरात्र, रामनवमी व ईस्टर सहित सभी त्योहारों के सार्वजनिक आयोजनों और जुलूस पर भी रोक लगा दी गई है। जिसके बाद रामनवमी व जुलूस पर रोक के विरोध में सियासत काफी तेज हो गई है। बीजेपी नेता का कहना है कि सरकार रामनवमी के जुलूस को अनुमति दे।