इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद (Prophet Mohammad) के नाम पर देश की सड़कों पर उत्पात मचाने वाले दंगाइयों के लिए कॉन्ग्रेस नेताओं (Congress Leaders) का दर्द उभरकर सामने आ रहा है। झारखंड सरकार (Jharkhand Government) में मंत्री कॉन्ग्रेस के दो नेताओं ने दंगाइयों की तस्वीरों को लगाना गलत बताया। वहीं, एक अन्य मंत्री ने हिंसा के दौरान मारे गए एक दंगाई को शहीद का दर्जा देने की माँग की है।
राँची हिंसा को लेकर झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उराँव (Rameshwar Oraon) ने कहा कि हिंसा करने वाली भीड़ के सदस्यों की तस्वीरें प्रदर्शित करना मेरी निजी राय में गलत है। जनता की नजर में भले ही उन पर आरोप लगे हों, लेकिन कानून की नजर में वे अभी तक आरोपित नहीं हैं।
Jharkhand | Displaying pictures of members of the crowd was wrong in my personal opinion. They may have been accused in eyes of the public but they're not yet accused in eyes of law. We're yet to take them to court: Jharkhand Finance Minister, Rameshwar Oraon on Ranchi violence pic.twitter.com/HJHWcFUwO1
— ANI (@ANI) June 15, 2022
वहीं, झारखंड के जामताड़ा से कॉन्ग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने मारे गए दंगाई के लिए शहीद के दर्जे की माँग, 50 लाख रुपए का मुआवजा और उसके परिजनों को सरकारी नौकरी देने की माँग की है। इसके साथ ही उन्होंने फायरिंग की मजिस्ट्रियल जाँच की भी माँग की है।
इरफान ने कहा, “मैं मजिस्ट्रियल जाँच की माँग करता हूँ। मेरी माँग है कि सरकार मरने वालों को ‘शहीद’ का दर्जा दे। उन्हें 50 लाख रुपये अनुग्रह राशि के साथ-साथ उनके परिवारों को सरकारी नौकरी भी दी जानी चाहिए। मैं इसके लिए लड़ूँगा।”
I demand a magisterial inquiry. I demand that the Government give the status of 'martyr' to those who died. They should be given Rs 50 Lakhs ex-gratia as well as a Govt job to their families. I will fight for this: Jharkhand Congress MLA Dr Irfan Ansari on Ranchi violence pic.twitter.com/lzSa6YZtvR
— ANI (@ANI) June 14, 2022
इरफान अंसारी ने आगे कहा, “मैं घटना की निंदा करता हूँ। झारखंड एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है। यहाँ सब एक साथ रहते हैं। राँची की घटना जाँच का विषय है। मेरी माँग है कि इसकी जाँच हो और सरकार निष्पक्ष जाँच करे।”
बता दें कि पैगंबर के कथित अपमान को लेकर राँची में हिंसा को अंजाम देने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान पुलिस की गोली से दो मुस्लिमों की मौत हो गई थी। जिन 2 दंगाइयों की मौत हुई है, उनके नाम मुदस्सिर उर्फ कैफी और मोहम्मद साहिल हैं। पुलिस को मजबूरन गोली तब चलानी पड़ी, जब उन पर पथराव होना शुरू हुआ और वाहनों को तोड़ा जाने लगा। दंगाइयों की तरफ से भी गोली चलने की बात कही गई है।
झारखंड में जामताड़ा से कॉन्ग्रेस विधायक इरफ़ान अंसारी (Congress MLA Irfan Ansari) ने दंगाइयों की बजाय पुलिस पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने गोली चलाने पर पुलिस की निंदा करते हुए राँची SP सिटी पर कार्रवाई और मरने वालों के परिवार को 50 लाख रुपए तथा सरकारी नौकरी की माँग की है।