उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर सियासत काफी तेज है। प्रदेश के 20 फीसदी मुस्लिम वोटों पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। ऐसे में मुस्लिम किसे वोट करेगा इसको लेकर जमीयत उलेमा ए हिन्द के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी (Maulana Mahmood Madani) ने बयान दिया है। मदनी ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कि जिन्ना वाले बयान पर अपनी असहमति जताते हुए कहा कि आजकल हर जगह हमारे नबी (पैगंबर मुहम्मद) को हर जगह गाली दी जा रही है, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
आजतक के पंचायत शो में मदनी ने कहा कि जिन्ना को मुस्लिमों ने अस्वीकर करके इंडिया को चुना था। इस्लामिक नेता के मुताबिक, जिन्ना ने मुस्लिमों के पैर पर कुल्हाड़ी चलाई थी। उनका मानना है कि मुस्लिमों को जिन्ना के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान पर मदनी ने बैलेंसिक के तरीके से बयान दिया और कहा कि हो सकता है कि सपा अध्यक्ष को जिन्ना की कुछ बातें अच्छी लगी हों। इस्लामिक नेता का कहना था कि अखिलेश यादव ने आउट ऑफ कॉन्टेस्ट में ये बात कही है, जो कि बेवकूफी भरा है।
त्रिपुरा की घटना का जिक्र करते हुए ने कहा कि त्रिपुरा में बकायदा जुलूस निकालकर हमारे नबी को गाली दी गई। इस मामले को लेकर हम लोगों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। जबकि हकीकत ये है कि त्रिपुरा पुलिस इस घटना को लेकर स्पष्ट कर चुकी है कि वो खबरें फेक थीं।
हालाँकि, मौलाना तौकीर रजा के विवादित बयान का मदनी ने बचाव किया और कहा कि तौकीर रजा के बयान को अभद्र भाषा के तौर पर नहीं जोड़ा जाना चाहिए। क्योंकि उन्होंने किसी महापुरुष को गाली नहीं दी थी। बता दें कि बरेली में ‘धर्म संसद’ आयोजित कर मुस्लिम धर्म गुरु और आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने हिंदुओं को धमकी देते हुए कहा था कि जिस दिन मुस्लिम कानून हाथ में ले लेंगे, उस दिन हिंदुओं को पूरे देश में कहीं पनाह नहीं मिलेगा।
मुस्लिमों के वोट को लेकर मदनी का कहना है कि मुस्लिमों को जहाँ सही लगे, उन्हें वहाँ जाना चाहिए। अगर असदुद्दीन ओवैसी के कैंडिडेट अच्छे हैं तो उन्हें वोट दिया जाना चाहिए।