मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए एक वीडियो ट्वीट किया। इससे नाराज हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उन पर तंज कसते हुए कहा, “ज़ालिम! दिल की बात जुबान पर आ ही गई।”
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “आपको (कमलनाथ) यहीं नहीं रूकना चाहिए। मेरा सुझाव है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए कॉन्ग्रेस के हर ऑफिस से मिट्टी जानी चाहिए।”
ज़ालिम! दिल की बात जुबां पर आ ही गई.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 31, 2020
You shouldn’t stop here. My suggestion is that every Congress office in India should donate sand for the construction of Mandir in Ayodhya https://t.co/MZDGc7TtrR
दरअसल, कमलनाथ ने राम मंदिर निर्माण को लेकर एक ट्वीट करते हुए कहा था कि, “मैं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ। देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, ये सिर्फ़ भारत में ही संभव है।”
मै अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूँ। देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, ये सिर्फ़ भारत में ही संभव है।
— MP Congress (@INCMP) July 31, 2020
—कमलनाथ pic.twitter.com/18RI3arOMs
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी असदुद्दीन ओवैसी ने राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर ज़हर उगला था। उन्होंने भूमि पूजन में पीएम मोदी के शामिल होने का विरोध करते हुए कहा था कि उनका ऐसा करना उनकी उस शपथ का उल्लंघन होगा, जो उन्होंने प्रधानमंत्री पद ग्रहण करते हुए ली थी।
ओवैसी ने दावा किया था कि सेकुलरिज्म हमारे संविधान की सबसे मूल संरचना है। वो कभी नहीं भूलेंगे कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद 400 वर्षों तक खड़ा रहा था। इसके साथ ही उन्होंने 1992 बाबरी मस्जिद ध्वस्त करने वालों को भी ‘आपराधिक भीड़’ करार करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद एक मस्जिद था और हमेशा मस्जिद ही रहेगा।
उल्लेखनीय है कि कमलनाथ का राम मंदिर का समर्थन करना इस्लामी कट्टरपंथियों को बेहद नागवार गुजरा है। कई यूज़र्स ने तो उन्हें चुनाव के समय इसका अंजाम भुगतने की धमकी तक दे डाली। एक मुस्लिम यूजर ने यह भी लिखा कि यह सभी भारतीयों की सहमति से नहीं बना है।
बता दें 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर भूमिपूजन को लेकर मुस्लिम समुदाय के कई दिग्गज नेता से लेकर अन्य लोग भी अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मुद्दे पर कॉन्ग्रेस को घसीटते हुए कहा था कि बाबरी विध्वंस में कॉन्ग्रेस का भी हाथ था। उन्होंने कहा कि मस्जिद के विध्वंस में संघ के साथ कॉन्ग्रेस भी मिली हुई थी।
Let us give where credit is due. After all it was Rajiv Gandhi who reopened the locks of Babri Masjid & it was PVN Rao who oversaw its demolition as Prime Minister. Congress was hands in glove with Sangh Parivar in this movement to destroy the masjid https://t.co/dxQduoajJg
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 29, 2020