कर्नाटक में सत्ता बदल गई है। राज्य में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी का शासन है। सत्ता बदलने के बाद राज्य में बदलाव नज़र आने लगा है। कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने टीपू सुल्तान जयंती को नहीं मनाने का आदेश दिया है। बता दें कि सोमवार (जुलाई 29, 2019) को कैबिनेट की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया था। भाजपा विधायक बोपैया ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर राज्य में टीपू जयंती के जश्न पर रोक लगाने की माँग की थी। राज्य में कॉन्ग्रेस-जेडीएस की सरकार थी, तो ये समारोह काफी धूमधाम से मनाया जाता था।
Chief Minister BS Yediyurappa led Karnataka Government orders Kannada & Culture Department, to not celebrate Tipu Jayanti. The decision was taken during yesterday’s cabinet meeting. (file pic) pic.twitter.com/6slPyDaq8w
— ANI (@ANI) July 30, 2019
राज्य सरकार की तरफ से कहा गया कि प्रदेश में टीपू जयंती मनाने की कभी परंपरा नहीं रही है। इसलिए इसे नहीं मनाने का फैसला किया गया है। गौरतलब है कि कॉन्ग्रेस के शासनकाल में पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने टीपू जयंती मनाने की शुरुआत की थी।
#Breaking | No more Tipu Jayanti celebrations in Karnataka. More details by Imran Khan. pic.twitter.com/1x8IqUCZkH
— TIMES NOW (@TimesNow) July 30, 2019
उस वक्त भी बीजेपी समेत कई राजनीतिक-सामाजिक संगठनों ने जयंती मनाने का विरोध किया था। बीजेपी शुरू से ही टीपू जयंती मनाने के खिलाफ है। बीजेपी टीपू सुल्तान को कट्टर मुस्लिम शासक बताती है। पार्टी का कहना है कि टीपू सुल्तान ने मंदिर तोड़े और बड़े पैमाने पर हिंदुओं का धर्मांतरण कराया था।