कर्नाटक में लंबे समय से चल रहे सियासी संकट पर आज विराम लग गया है। कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा सरकार को बहुमत प्राप्त हो गया है। इस दौरान विपक्ष ने मत विभाजन की माँग नहीं की। इसी के साथ सरकार अपने आगे के कामकाज में जुट गई है। राज्य में फ़िलहाल, 207 विधायकों वाली विधानसभा है, जिसमें बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए था और बीजेपी के पास 105 विधायक हैं।
Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa wins trust vote through voice vote. pic.twitter.com/DvzzMmYCqa
— ANI (@ANI) July 29, 2019
सदन में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि वो किसी के ख़िलाफ़ बदले की राजनीति के साथ काम नहीं करते हैं, आगे भी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार किसानों के लिए काम करना चाहती है, इसलिए मैं सभी से अपील करता हूँ कि सरकार के विश्वास मत प्रस्ताव का समर्थन करें।”
Karnataka CM BS Yediyurappa in Vidhana Soudha: Forget and forgive is something I believe in. I love people who oppose me as well. I want to thank Narendra Modi, Amit Shah and JP Nadda. https://t.co/oPmO9DpNMW
— ANI (@ANI) July 29, 2019
इससे पहले जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सदन में बोलते हुए कहा, “मैं 14 महीने तक सरकार में रहा। मुझे आपके (बीएस येदियुरप्पा) सवालों के जवाब देने की कोई बाध्यता नहीं है। मुझे अपनी अंतरात्मा की आवाज का जवाब देने की जरूरत है। पिछले 14 महीनों से सब कुछ दर्ज किया जा रहा था। लोग जानते हैं कि मैंने क्या काम किया है।”
HD Kumaraswamy, JD(S) in Vidhana Soudha: I ran govt for 14 months. I have no obligation to answer your (BS Yediyurappa) questions. I need to answer to my conscience. From past 14 months, everything was being recorded. People know what work I have done. #Karnataka pic.twitter.com/jeTOb9xuqR
— ANI (@ANI) July 29, 2019
वहीं, सिद्धरमैया ने कहा, “हमें उम्मीद है कि आप (बीएस येदियुरप्पा) मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है। आप बागियों के साथ हैं, क्या आप एक स्थिर सरकार दे सकते हैं? यह नामुमकिन है, मैं इस अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करता हूँ क्योंकि इसका कारण सरकार का असंवैधानिक और अनैतिक होना है।”
Siddaramaiah: We hope you (BS Yediyurappa) will be chief minister but there is no guarantee of that. You are with the rebels, can you give a stable government? It’s impossible! I oppose this confidence motion because the reason is this government is unconstitutional and immoral. https://t.co/eaRQb550n7
— ANI (@ANI) July 29, 2019
एक और नाटकीय घटनाक्रम में कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार ने तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद उन्होंने सदन के सभी सदस्यों और कर्मचारियों का धन्यवाद किया।
Just in | #Karnataka Speaker Ramesh Kumar resigns as Speaker of the Assembly with immediate effect. https://t.co/sDTWGsWuYf
— The Hindu (@the_hindu) July 29, 2019