दिल्ली की केजरीवाल सरकार के ऊपर छठ पर्व से पहले यमुना में केमिकल छिड़काव करवाने का आरोप लग रहा है। भाजपा ने इन रसायनों को जहरीला कहते हुए दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। इस बीच भाजपा सांसद की जल विभाग के अधिकारियों से उलझते हुए एक वीडियो भी सामने आई है।
वीडियो में वह अधिकारी पर इस बात को लेकर गुस्सा हो रहे हैं कि आखिर छठ से पहले नदी में केमिकल क्यों डाला जा रहा है जबकि सब जानते हैं कि छठ में लोग यहाँ आकर डुबकी लगाते हैं।
यमुना जी में ज़हरीला केमिकल डालकर केजरीवाल लोगों को मरवाना चाहते हैं- श्री @p_sahibsingh pic.twitter.com/2ZR5JPMXLR
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) October 28, 2022
प्रवेश वर्मा की वीडियो आने के बाद जहाँ इस बात पर सवाल हो रहे हैं कि वह अधिकारी के साथ क्यों उलझे। उन्होंने उससे क्यों कहा- ‘केमिकल तुम्हारे सिर पर डाल दूँ’। वहीं दूसरी ओर प्रवेश वर्मा का मामले को लेकर कहना है,
“आज यमुना के पास छठ घाट का दौरा करने पर हमें वहाँ जहरीले केमिकल के कंटेनर मिले। इस केमिकल को नदी में डाल दिया जाएगा। वहाँ मौजूद अधिकारी से पूछा कि लोगों को नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार होगा?”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने उनसे बार-बार कहा कि यमुना नदी में केमिकल न डालें। अगर अधिकारी इस मामले में मेरी बात नहीं सुनते हैं तो मैं क्या मैं गुस्सा नहीं हो सकता? दिल्ली की जनता के भले के लिए अगर मुझे इस तरह से बात करनी पड़ रही है तो यही सही, मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं है।”
Delhi | I repeatedly asked them to not put chemicals into the Yamuna river. How can I not be angered if officials don’t listen to me in this matter? If I have to talk in this manner for the benefit of the people of Delhi, then I have no problem, it’s right: BJP MP Parvesh Verma
— ANI (@ANI) October 28, 2022
सिलिकॉन डिफॉर्मर का इस्तेमाल कर रही केजरीवाल सरकार
दरअसल, दिल्ली सरकार हर वर्ष यमुना की सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे करते रही है। हालाँकि, प्रदूषण कभी कम होता नहीं दिख। लेकिन, इस साल अपनी छवि सुधारने के लिए उन्होंने सिलिकॉन डिफॉमर नामक केमिकल का उपयोग करने का निर्णय लिया। इस केमिकल को लेकर जानकरों का मानना है कि इससे नदी साफ होने की बजाय और भी अधिक दूषित हो जाएगी। साथ ही इस केमिकल के संपर्क में आने वाले व्यक्ति को खुजली, आँखों में जलन समेत कुछ अन्य समस्याएँ भी हो सकती हैं।
मनोज तिवारी ने उठाए थे सवाल
बता दें कि केजरीवाल सरकार पर इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मनोज तिवारी ने भी सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था, “दिल्ली सरकार यमुना नदी में जहरीले केमिकल का छिड़काव करके यमुना को साफ करने में अपनी विफलता को छिपाने की कोशिश कर रही है।”
इसके अलावा उन्होंने दावा करते हुए कहा था, “यमुना की प्रदूषण की स्थिति का जायजा लेने के लिए कालिंदी कुंज क्षेत्र का दौरा किया। हमें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि झाग को छिपाने के लिए एक बहुत ही जहरीले केमिकल का छिड़काव किया जा रहा था। जो लोग छिड़काव कर रहे थे वह हमें देखकर तुरंत भाग गए। हमने शिकायत दर्ज कराई है।”
8 साल में 8 बार @ArvindKejriwal कह चुके हैं कि हम यमुना जी को इतना साफ कर देंगे की आप डुबकी लगा सको।
— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) October 27, 2022
लेकिन इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना जी मैली हैं और छठ घाट गंदे पड़े हैं।
केंद्र सरकार के 2500 करोड़ देने पर भी दिल्ली सरकार ने यमुना जी की सफाई करवाने से हाथ खड़े कर दिए। pic.twitter.com/fJHNeDgCzu
दिल्ली भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार के 2500 करोड़ देने के बाद भी यमुना नदी में प्रदूषण नियंत्रण नहीं हुआ है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “8 साल में 8 बार अरविंद केजरीवाल कह चुके हैं कि हम यमुना जी को इतना साफ कर देंगे की आप डुबकी लगा सको। लेकिन इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना जी मैली है और छठ घाट गंदे पड़े हैं। केंद्र सरकार के 2500 करोड़ देने के बाद भी दिल्ली सरकार ने यमुना जी की सफाई करवाने में हाथ खड़े कर दिए हैं।”