केरल सेना तस्करी (Kerala Gold Smuggling Case) के मामले में स्वप्ना सुरेश (Swapna Suresh) ने केरल हाई कोर्ट में राज्य के सीएम पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) के खिलाफ एफिडेविट फाइल किया है। उन्होंने विजयन के परिवार और पूर्व मंत्री केटी जलील (KT Jalil) के कथित संबंधों को उजागर किया है। स्वप्ना सुरेश का आरोप है कि दिसंबर 2016 में सीएम पी विजयन के UAE के दौरे के दौरान उन्हें करेंसी से भरा एक बैग भेजा गया था। बाद में सीएम के सचिव शिवशंकर ने दावा किया था कि कुछ इमरजेंसी के कारण ये पीछे छूट गया था।
स्वप्ना सुरेश ने आरोप लगाया, “सीएम के सचिव शिवशंकर ने मुझसे संपर्क कर कहा कि मुख्यमंत्री यूएई के दौरे पर हैं और उनका बहुत ही महत्वपूर्ण पार्सल छूट गया है। उन्होंने (सीएम) हमसे किसी तरह से इसे भेजने को कहा है। उन्होंने (शिवशंकर) मुझसे कहा कि इस पार्सल को संयुक्त अरब अमीरात में किसी अमीराती को दे देना। वहाँ हमारा आदमी इसे ले लेगा। असल में वाणिज्य दूतावास ने अबुधाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री को सभी अतिरिक्त राजनयिक सुविधा की व्यवस्था की थी।” स्वप्ना सुरेश ने आरोप लगाया कि उस दिन डिप्लोमैट अहमद अल डौखी जो कि अभी शारजाह में हैं, उन्हें उसी रात एयर शारजाह के लिए उड़ान भरने के लिए कहा गया था।
गोल्ड स्मगलिंग केस की मुख्य आरोपित ने दावा किया कि वाणिज्य दूतावास के पीआरओ सरित पीएस को शिवशंकर ने उनसे पार्सल लेने के लिए कहा था। जब दूतावास ले जाकर सरित ने उसे स्कैन किया तो उसमें करेंसी दिखी। उन्होंने मुझे इसके बारे में तुरंत बताया, लेकिन ऑर्गनाइजेशन में नई होने के कारण मैं कुछ नहीं कर सकती थी।
केटी जलील पर भी तस्करी में शामिल होने का आरोप
स्वप्ना सुरेश ने पूर्व मंत्री केटी जलील की सीएम पी विजयन के परिवार के साथ कथित संलिप्तता को भी एफिडेविट में उजागर किया है। महावाणिज्य दूतावास के साथ जलील के मधुर संबंध थे। सुरेश के मुताबिक, विदेश मंत्रालय की जानकारी के बिना ही उनके बीच कई बैठकें हुई थीं। यहीं नहीं क्लिफ हाउस में महावाणिज्य दूत को शिवशंकर ने बुलाया था। बैठक में सीएम की पत्नी के साथ उनकी बेटी भी थी। दावा है कि ये बैठक शारजाह के राजा और रानी के कहने पर की गई थी।
मंगलवार (14 जून) को स्वप्ना सुरेश ने कहा था मेरे खिलाफ चाहे जितने भी मामले आ जाएँ, मैं अपना 164 बयान वापस नहीं लूँगी। सीएम ने ही शाज किरण को मेरे ऑफिस में भेजा था और वो उनका खास है। अब उन्होंने मेरे खिलाफ एक और मामला दर्ज किया है। वो आगे कहती हैं कि सीएम ने कहा कि वो मुझे नहीं जानते। सीएम और मैंने, उनकी पत्नी, उनकी बेटी और बेटे ने क्लिफ हाउस में बैठकर कई मामलों पर चर्चा की थी। अगर वो सब भूल गए हैं तो मैं उन्हें और उनके परिवार को आपके (मीडिया) के जरिए याद दिलाऊँगी।
क्या है गोल्ड स्मगलिंग केस
केरल में सोना तस्करी का मामला जुलाई 2020 में सामने आया था। डिप्लोमेटिक बैगेज की आड़ में सोने की तस्करी का मामला स्वप्ना सुरेश से शुरू हुआ और फिर इसके तार मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के दफ्तर तक पहुँच गए। स्वप्ना सुरेश पर आरोप था कि उन्होंने फर्जी डाक्यूमेंट्स पेश कर 2 जुलाई 2020 को ‘डिप्लोमेटिक इम्युनिटी’ का प्रयोग कर खाड़ी देशों से 30 किलो सोने की तस्करी की। इसका खुलासा 6 जुलाई को तब हुआ, जब कस्टम के अधिकारियों ने यूएई कॉन्सुलेट के एक अधिकारी से पूछताछ की, जो PRO के पद पर तैनात था।