एक ओर जहाँ भारत के कई राज्य ऑक्सीजन की समस्या से जूझ रहे हैं, वहीं ओडिशा एक ऐसा राज्य है जो दूसरे राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहा है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा से 90 कंटेनर्स के माध्यम से 1675.781 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन आठ राज्यों को भेजी जा चुकी है। वहीं दूसरी ओर केरल ने राज्य में ऑक्सीजन के रिजर्व को 1000 मीट्रिक टन तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।
22 अप्रैल 2021 को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर बात की थी। इसके बाद ओडिशा सरकार ने मंगलवार को यह सूचना दी कि Covid-19 से बुरी तरह संक्रमित 8 राज्यों को 1676 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है।
ओडिशा पुलिस के एडीजी वाय के जेठवा ने बताया कि राउरकेला, जयपुर, ढेंकानाल और अंगुल से ऑक्सीजन टैंकर भेजे जा रहे हैं। एक डेडिकेटेड कॉरिडोर बनाकर मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।
उपलब्ध आँकड़ों के मुताबिक चार राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और हरियाणा को सर्वाधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। आंध्र प्रदेश को 644 मीट्रिक टन जबकि तेलंगाना को लगभग 324 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। वहीं ओडिशा से मध्य प्रदेश और हरियाणा को क्रमशः 216 मीट्रिक टन और 187 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई है।
इन चार राज्यों के अलावा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। महाराष्ट्र को 112 मीट्रिक टन तो उत्तरप्रदेश को लगभग 114 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई। वहीं छत्तीसगढ़ को 61 मीट्रिक टन एवं तमिलनाडु को भी लगभग 16 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ओडिशा से सप्लाई किया गया।
ऑक्सीजन की आपूर्ति में किसी प्रकार की देर न हो, इसलिए बाकायदा एक डेडिकेटेड कॉरिडोर बनाकर ओडिशा पुलिस की निगरानी में मेडिकल ऑक्सीजन को इन राज्यों के लिए भेजा गया।
जहाँ एक ओर ओडिशा, अन्य राज्यों की मदद के लिए लगातार ऑक्सीजन भेज रहा है वहीं केरल ने 510 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का रिजर्व तैयार किया है। इसे और बढ़ा कर 1000 मीट्रिक टन किए जाने का लक्ष्य है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि Covid-19 से संक्रमित और सामान्य मरीजों के लिए ऑक्सीजन के वितरण के बाद राज्य में 510 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रिजर्व स्टॉक में है। ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 510 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रिजर्व को बढ़ा कर 1000 मीट्रिक टन तक किया जाना चाहिए।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर्स से एक लाख ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर खरीदने के लिए फंड जारी करने की अनुमति दी थी। साथ ही 500 अतिरिक्त PSA ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए भी फंड जारी किया गया। इसके पहले ऐसे ही 713 PSA ऑक्सीजन प्लांट के लिए पीएम केयर्स से फंड जारी किया गया था।