लोकसभा चुनाव 2024 कॉन्ग्रेस के लिए अस्तित्व की लड़ाई साबित हो रही है। कई जगहों पर बार-बार कैंडिडेट बदलने के बावजूद उसकी मुश्किलें कम नही हो रही हैं। झारखंड के चतरा में अब मुस्लिमों ने कॉन्ग्रेस के बहिष्कार की घोषणा कर दी है। INDI गठबंधन में यहाँ से कॉन्ग्रेस के केएन त्रिपाठी भाग्य आजमा रहे हैं। उन्होंने भाजपा के स्थानीय प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की घोषणा की।
दरअसल, चतरा लोकसभा सीट पर मुस्लिमों की आबादी लगभग 20 प्रतिशत है। मुस्लिमों का कहना है कि इतनी आबादी होने के बावजूद यहाँ से मुस्लिम प्रत्याशी नहीं दिया गया। इससे नाराज चतरा के अंतर्गत आने वाले चतरा, सिमरिया, लातेहार, मनिका व पांकी विधानसभा के मुस्लिमों ने बैठक की और त्रिपाठी के बहिष्कार की घोषणा की।
उन्होंने INDI गठबंधन से राज्य की कम-से-कम चार सीटों – चतरा, गोड्डा, कोडरमा और गिरिडीह – पर मुस्लिम समुदाय के उम्मीदवारों की माँग की। ऐसा नहीं करने पर वे करॉन्ग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं करने की चेतावनी दी है। इतना ही नहीं, त्रिपाठी को INDI अलायंस के घटक राजद के कार्यकर्ताओं की ओर से भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
मुस्लिमों ने कहा, “कॉन्ग्रेस पार्टी चतरा के मुसलमान को अपना जागीर समझने की भूल करना छोड़ दे। अब मुसलमान पूरी तरह से जाग चुके हैं। अब किसी भी परिस्थिति में भाजपा का भय दिखाकर कॉन्ग्रेस पार्टी और महागठबंधन के प्रत्याशी मुसलमानों का वोट नहीं ले पाएँगे। हम अब सिर्फ दरी बिछाने वाले मुसलमान नहीं है।”
चतरा के मुस्लिमों का कहना है कि झारखंड में जनजातीय समुदाय के बाद मुस्लिमों की आबादी दूसरे नंबर पर है। उनका कहना है, “हम 20 प्रतिशत आबादी के साथ कई बार गोड्डा और धनबाद समेत अन्य लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके बावजूद महागठबंधन ने 14 में से एक भी सीट पर मुस्लिमों को प्रत्याशी नहीं बनाया।”
मुस्लिमों ने बैठक ने कहा, “झारखंड के मुसलमान अपना अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस दौरान थर्ड फ्रंट बनाकर हम अपना प्रत्याशी उतारेंगे या भाजपा के स्थानीय प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेंगे।” उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक स्थानीय व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसलिए वे भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे।
मुस्लिमों का कहना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में स्थानीय प्रत्याशी की माँग की गई थी। इस संबंध में कई मुस्लिम प्रत्याशियों ने भी आबादी के आधार पर अपनी मजबूत दावेदारी पेश की थी, लेकिन कॉन्ग्रेस और उसके घटक दल राजद ने उनकी माँगों पर विचार नहीं किया।
बताते चलें कि भाजपा ने भूमिहार समाज से आने वाले काली चरण सिंह को चतरा से अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले सुनील सिंह यहाँ से लगातार दो बार सांसद रह चुके हैं। हालाँकि, तीसरी बार भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया। वहीं, काली चरण सिंह ने इस चुनाव में धुंआधार प्रचार करके कॉन्ग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी पर बढ़त बनाए हुए हैं।