कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद बीजेपी मध्य प्रदेश में सरकार बनाने की कवायद में जुट गई है। इसी कड़ी में शनिवार (मार्च 20, 2020) को कॉन्ग्रेस के पूर्व 21 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया। मध्य प्रदेश में सियासी संकट शुरू होने के बाद बेंगलुरु में डेरा डालने वाले इन पूर्व विधायकों ने दिल्ली पहुॅंच बीजेपी अध्यक्ष जेपी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और पार्टी की सदस्यता ली। हाल ही में कॉन्ग्रेस छोड़ बीजेपी में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद ट्विटर पर इस बारे में जानकारी दी है।
मध्य प्रदेश के विकास प्रगति और उन्नति के अपने संकल्प के साथ कांग्रेस के सभी 22 पूर्व विधायक जो मेरे परिवार के सदस्य हैं, उन्होंने आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री जेपी नड्डा जी के निवास पर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। @JPNadda @BJP4India pic.twitter.com/DjM5E2QtLM
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 21, 2020
22 विधायकों की बगावत ने ही मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस सरकार की विदाई की पटकथा लिखी थी। ये सभी विधायक बेंगलुरु में ठहरे हुए थे। शुरुआत में विधानसभा स्पीकर इनका इस्तीफा स्वीकार करने से टालमटोल कर रहे थे। लेकिन, गुरुवार को फ्लोर टेस्ट के सुप्रीम कोर्ट के बाद इनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया था। अगले दिन शुक्रवार को कमलनाथ ने भी इस्तीफा दे दिया था। कॉन्ग्रेस से बगावत करने वाले इन 22 पूर्व विधायकों में शामिल रहे बिसाहूलाल साहू पहले ही भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं। ये सभी सिंधिया के समर्थक हैं। कॉन्ग्रेस में सिंधिया की उपेक्षा से नाराज होकर इन्होंने बगावत की थी।
Delhi: Rebel Madhya Pradesh Congress MLAs meet BJP President JP Nadda & BJP leader Jyotiraditya Scindia, at JP Nadda’s residence. pic.twitter.com/acYIgtplV2
— ANI (@ANI) March 21, 2020
भाजपा अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात से पहले इन नेताओं से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुलाकात की। भाजपा अध्यक्ष के आवास पर भी सिंधिया मौजूद था। उनके अलावा भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और धर्मेंद्र प्रधान भी उपस्थित थे।
दिल्ली: बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के बागी विधायकों से मिलने होटल पहुंचे। pic.twitter.com/5FEzMRouU4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 21, 2020
गौरतलब है कि इन पूर्व विधायकों में से 16 ग्वालियर-चंबल से हैं और इस क्षेत्र में सिंधिया का खासा प्रभाव माना जाता है। कोरोना वायरस के कारण विधायकों की बैठक अब 23 मार्च को प्रस्तावित है। इस मामले में दिल्ली से पर्यवेक्षक के रूप में धर्मेंद्र प्रधान और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भोपाल जा सकते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं 25 मार्च को मध्य प्रदेश में नई सरकार का शपथ ग्रहण हो सकता है।