मध्य प्रदेश में राहत के नाम पर किसानों को ऋण माफी तो मिल नहीं रही, हाँ समय-समय पर झटका जरूर लग रहा है। राज्य की जनता को एक और झटका लगा है – प्रदेश सरकार ने पेट्रोल-डीजल और शराब पर वैट की दर पाँच फ़ीसदी तक बढ़ा दी है। इससे पेट्रोल-डीजल तो महँगा हुआ ही, साथ में शराब की क़ीमतों में भी इज़ाफ़ा हो गया।
शुक्रवार (20 सितंबर, 2019) की देर रात को जारी हुए आदेश के अनुसार, पेट्रोल पर वैट 28 से बढ़ाकर 33 फ़ीसदी कर दिया गया है। इस हिसाब से अब पेट्रोल की क़ीमत में 2 रुपए 91 पैसे की वृद्धि होगी। डीजल की बात करें तो अब इस पर 18 की जगह 23 फ़ीसदी वैट लगेगा। इस हिसाब से डीजल की क़ीमत में 2 रुपए 86 पैसे का इज़ाफ़ा हो जाएगा। वहीं, शराब पर वैट पाँच से बढ़ाकर 10 फ़ीसदी कर दिया गया है।
ख़बर के अनुसार, प्रदेश सरकार को इस बढ़ोत्तरी के बाद हर महीने में 250 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आमदनी होने की संभावना है। बीजेपी ने इस बढ़ोत्तरी का यह कहकर विरोध किया है कि एक तरफ़ तो राज्य सरकार महँगाई और आर्थिक मंदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरती आई है और दूसरी तरफ़ जनता पर मनमाने टैक्स लगाए जा रहे हैं, इससे जनता पहले से अधिक परेशान हो जाएगी।
बता दें कि प्रदेश में भारी वर्षा और बाढ़ के चलते क़रीब 12,000 करोड़ रुपए का नुक़सान हुआ है। वहीं, बाढ़ के कारण 225 लोगों की मौत की भी ख़बर है। राज्य सरकार ने केंद्र से इसे गंभीर आपदा घोषित करने का अनुरोध किया था। साथ ही कमलनाथ सरकार इस नुक़सान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से मुआवज़े राशि की माँग कर रही है।
मध्य प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने गुरुवार (18 सितंबर) को केंद्रीय दल के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने बताया कि बाढ़ के क़हर से 52 में से 36 ज़िलो को भारी क्षति हुई है। बैठक में इस बात का उल्लेख किया गया कि मध्य प्रदेश में 17 सितंबर तक1203.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो कि सामान्य से 37 फ़ीसदी अधिक है।
भारी वर्षा के चलते 24 लाख हेक्टेयर भूमि पर 9,600 करोड़ रुपये की फसल नष्ट हो गई, जिससे राज्य के लगभग 22 लाख किसान प्रभावित हुए हैं। कई जगह की पुलिया बह गईं और सड़कों की हालत खस्ता हो गई। इससे आवागमन बुरी तरह से प्रभावित है, साथ ही फ़सलों को भी भारी नुक़सान पहुँचा है। एक अधिकारी ने केंद्रीय दल को जानकारी दी कि बारिश और बाढ़ से प्रदेश में 225 लोग एवं 1400 मवेशी मारे गए हैं। इसके अलावा 1566 करोड़ रुपए की सड़क भारी वर्षा की वजह नष्ट हो गई।