मध्य प्रदेश के उज्जैन में दो कॉन्ग्रेसी विधायकों और 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इन सभी को प्रदेश में लागू धारा 144 सहित कर्फ्यू के उल्लंघन की धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेजा गया।
दरअसल, तराना से कॉन्ग्रेस विधायक महेश परमार और आलोट विधानसभा से विधायक मनोज चावला अपने 5 कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ उज्जैन से भोपाल तक की पदयात्रा पर निकले थे। वो भगवान महाकाल के दर्शन कर भोपाल तक की पैदल यात्रा निकालना चाह रहे थे, मगर पुलिस ने परमिशन न होने की वजह से दोनों कॉन्ग्रेसी विधायकों और कार्यकर्ताओं को महाकाल के मंदिर से आगे जाने से रोक दिया।
उनका कहना था कि वो कोरोना के चलते किसानों और मजदूरों की समस्याओं को लेकर महाकाल शिखर दर्शन कर उज्जैन से भोपाल पदयात्रा कर राज्यपाल को पत्र देने जा रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोका तो वो लोग वहीं पर बैठकर धरना देने लगे।
पुलिस ने उनसे काफी आग्रह किया कि वो नियमों का पालन कर वापस लौट जाएँ, मगर वो अपनी जिद पर अड़े रहे। जब काफी मशक्कत के बाद भी कॉन्ग्रेसी विधायक और कार्यकर्ता ने पुलिस की बात नहीं मानी तो प्रशासन ने धारा 144 सहित कर्फ्यू के उल्लंघन की धाराओं में केस दर्ज कर दोनों कॉन्ग्रेसी विधायक और उनके समर्थकों वीरेंद्र सिंह, निजाम काजी, सोनू शर्मा, अजीत सिंह को केंद्रीय भेरूगढ़ जेल भेज दिया।
कॉन्ग्रेसी नेता तो जेल जाने के लिए भी तैयार नहीं थे, वो धरना पर से उठने के लिए तैयार ही नहीं थे। जिसके बाद पुलिस ने हाथ-पैर पकड़कर उन्हें जबरन पुलिस वैन में बैठाया। वो लगातार उनसे कह रहे थे कि उन्होंने कोई गुनाह नहीं किया है, चाहे तो वह उन्हें गोली मार दें, लेकिन वह पैदल यात्रा निकाल कर ही रहेंगे। जेल में भी कॉन्ग्रेसी विधायक और कर्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले अमरोहा से कॉन्ग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके और उत्तर प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के सचिव सचिन चौधरी को धारा 144 के उल्लंघन करने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सचिन चौधरी पर हंगामा करने का आरोप लगा था।