भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के मुँह पर कालिख पोतने वाले को ₹5 लाख का ईनाम देने का ऐलान करने वाले महाराष्ट्र भीम आर्मी के चीफ अशोक कांबले को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने कांबले के अलावा सात अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। पिछले दिनों साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने शहीद हेमंत करकरे को लेकर एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि उन्हें मेरा श्राप लगा था, जिसके सवा महीने बाद आतंकी हमले में करकरे की मौत हो गई थी। हालाँकि, इसके बाद प्रज्ञा ने अपना बयान वापस लेते हुए उस पर खेद भी जताया था।
He Offered Reward For “Blackening” Pragya Thakur’s Face, Arrested https://t.co/0e4NuGadls
— NDTV News feed (@ndtvfeed) April 26, 2019
प्रज्ञा के इस बयान के बाद भीम आर्मी के महाराष्ट्र प्रमुख अशोक कांबले ने बुधवार (अप्रैल 24, 2019) को मुंबई में मीडिया से बातचीत के दौरान प्रज्ञा सिंह के चेहरे पर कालिख पोतने वाले को ₹5 लाख का इनाम दिए जाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि जो प्रज्ञा ठाकुर को महाराष्ट्र के किसी गाँव में नहीं घुसने देगा, उसे भी सम्मानित किया जाएगा। अशोक कांबले के द्वारा किए गए इस ऐलान करने के बारे में पुलिस को कुछ ही देर बाद पता चल गई थी और अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया है।
*साध्वी प्रज्ञा सिंग ठाकूर को गावबंदी एवम् कालिख पोतनेवालो को महाराष्ट्र भीम आर्मी देगी पाच लाख और देशभक्त पुरस्कार* @BhimArmyChief @ANI @News18lokmat @TV9Marathi
— ASHOK KAMBLE (@SrwmbLTFAZSOJ56) April 24, 2019
गौरतलब है कि प्रज्ञा के चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से ही साध्वी प्रज्ञा को चुनाव लड़ने से रोकने की कवायद शुरू हो गई। साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ तहसीन पूनावाला ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी पर रोक लगाने की सिफारिश की थी। मगर चुनाव आयोग ने साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी पर रोक लगाने से साफ तौर पर इनकार कर दिया। चुनाव आयोग ने कहा कि अभी तक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कोई भी दोष साबित नहीं हुआ है और जब तक आरोप साबित नहीं हो जाता, चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगाई जा सकती। चुनाव आयोग ने कहा कि दोष साबित हो जाने पर चुनाव न लड़ने का प्रवाधान है। आरोपित होने पर चुनाव लड़ने से किसी की उम्मीदवारी पर रोक नहीं लगाई जा सकती।