Sunday, November 17, 2024
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अब महाराष्ट्र में पहले जैसे ही मनेंगे हिंदू त्योहार, गणेशोत्सव और दही हांडी से पहले CM शिंदे ने हटाई पाबंदी

CM शिंदे ने कहा, "गणेश उत्सव के लिए, संबंधित अधिकारियों को कुछ निर्देश दिए गए हैं ताकि राज्य में लोगों को कोई समस्या न हो। इस वर्ष गणेश प्रतिमाओं की ऊँचाई पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।"

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार  (21 जुलाई 2022) को बड़ा फैसला किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान त्यौहारों पर लगे प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। इसका मतलब यह है कि आगामी गणेश चतुर्थी, दही हांडी और अन्य धार्मिक पर्वों पर अब कोई पाबंदी नहीं रहेगी। इसके अलावा मुहर्रम के जुलूसों पर भी कोई पाबंदी नहीं रहेगी। 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस में गुरुवार को आगामी गणेशोत्सव, दही हांडी और मुहर्रम के लिए राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा बैठक के बाद ये घोषणाएँ की। इस दौरान अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। 

बैठक के बाद सीएम शिंदे ने कहा, “गणेशोत्सव, मुहर्रम और दही हांडी के दौरान सभी प्रकार के नियमों का पालन किया जाना चाहिए। हमने COVID-19 के दौरान जो भी प्रतिबंध थे, उन्हें हटा दिया है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के सभी नियमों का पालन करना आवश्यक है।”

शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हर साल, गणेश उत्सव सामाजिक प्रतिबद्धता के साथ मनाया जाता है। नियमों का पालन करना चाहिए। लेकिन प्रशासन को नियमों को लेकर ज्यादा हल्ला नहीं मचाना चाहिए और मंडलों का सहयोग करना चाहिए। पूरे राज्य में त्योहार के लिए समान नियम पुस्तिकाएँ होंगी और जिला कलेक्टर उसी के लिए एक कोऑर्डिनेटर नियुक्त करेंगे।”

उन्होंने यह भी बताया कि गणेश की मूर्ति की ऊँचाई पर कोई प्रतिबंध नहीं है। शिंदे ने कहा, “गणेश उत्सव के लिए, संबंधित अधिकारियों को कुछ निर्देश दिए गए हैं ताकि राज्य में लोगों को कोई समस्या न हो। इस वर्ष भगवान गणेश की प्रतिमाओं की ऊँचाई पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।”

बता दें कि मार्च 2020 में कोरोना महामारी के प्रसार के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्कालीन महा विकास आघाड़ी सरकार ने त्यौहारों पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे, जिसमें गणेशोत्सव के दौरान जुलूस निकालने पर पाबंदी शामिल थी। घर और सार्वजनिक पूजा मंडलों द्वारा स्थापित की जाने वाली भगवान गणेश की मूर्ति की ऊँचाई दो फीट तक सीमित कर दी गई थी।

इन प्रतिबंधों के कारण पिछले दो वर्षों के दौरान कई धार्मिक त्यौहार साधारण तरीके से मनाए गए। सीएम शिंदे ने कहा कि महामारी के दौरान धार्मिक पर्वों पर लगाए गए सभी प्रकार के प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। लोगों को सकारात्मकता से इन त्योहारों को मनाना चाहिए। इसके अलावा सरकार ने संबंधित निकायों को सिंगल-विंडो सिस्टम में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने, पंजीकरण शुल्क माफ करने और गणेशोत्सव संगठनों से गारंटी पत्र देने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि राज्य का सबसे बड़ा सार्वजनिक उत्सव गणेशोत्सव 31 अगस्त से 9 सितंबर तक मनाया जाएगा, जबकि जन्माष्टमी का उत्सव 18-19 अगस्त को और मुहर्रम 9 अगस्त को है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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