महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हफ्ते भर से ज्यादा हो चुके हैं। लेकिन, अब तक नई सरकार का गठन नहीं हो पाया है। इसकी वजह मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना की जिद्द है। उसकी जिद्द ने राज्य में कई और लोगों के मन में मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जगा दी है। इनमें केवल नेता ही नहीं हैं। बीड जिले के किसान श्रीकांत वी गदले ने भी सीएम पद पर दावा ठोंका है।
उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिख कर कहा है कि जब तक सीएम पद का मामला नहीं सुलझता है, तब तक उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। गदले ने किसानों की मुश्किलों का जिक्र करते हुए यह मॉंग की है। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा को सबसे ज्यादा 105 सीटें मिली है। उसकी गठबंधन सहयोगी शिवसेना के पास 56 सीटें है। लेकिन, भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिलने के बाद से शिवसेना ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद मॉंग रही है। हालॉंकि उसके दावे को खारिज करते हुए भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस को फिर से विधायक दल का नेता चुन लिया है। शिवसेना के नहीं मानने की सूरत में भाजपा निर्दलीय और अन्य छोटे दलों के साथ अल्पमत सरकार का गठन कर सकती है।
#Maharashtra: Shrikant V Gadale, a farmer from Beed Dist. has written to the Governor stating,”till the time matter of CM post is sorted out,I should be made CM. It is a tough time for farmers due to crop damage after untimely rains.A govt in the state is needed at the earliest.” pic.twitter.com/oR3PH1370V
— ANI (@ANI) November 1, 2019
इस बीच, शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा और सरकार गठन को लेकर अभी भाजपा से कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने ट्वीट किया है, “साहिब…मत पालिए, अहंकार को इतना, वक्त के सागर में कई,सिकन्दर डूब गए!” एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात करने वाले राउत ने कहा है कि भाजपा-शिवसेना को जनादेश “50:50 फॉर्मूले” के आधार पर सरकार बनाने के लिए मिला है।
Sanjay Raut, Shiv Sena: If Shiv Sena decides, it’ll get the required numbers to form stable government in the state. People have given mandate to form government on basis of 50-50 formula that was reached in front of people of Maharashtra.They want Chief Minister from Shiv Sena. pic.twitter.com/mFwLu7LbhV
— ANI (@ANI) November 1, 2019
शिवसेना की इस कवायद से एनसीपी के रुख में कोई बदलाव आता नहीं दिख रहा है। पार्टी नेता नवाब मलिक ने फिर से दोहराया है कि भाजपा शिवसेना गठबंधन को सरकार बनाने का जनादेश मिला है और उन्हें सदन में बहुमत साबित करना चाहिए। एनसीपी विधायक दल के नेता अजीत पवार ने भी विपक्ष में बैठने की बात कही है। 54 सीटें जीतने वाली एनसीपी के मुखिया पवार ने नतीजों के बाद ही विपक्ष में बैठने का ऐलान कर दिया था।
NCP leader Nawab Malik: BJP-Shiv-Sena have got people’s mandate to form a stable govt in Maharashtra. We want them to form govt and prove majority on the floor of the House. If they are not able to prove majority, then, we will certainly try to form government. #Maharashtra pic.twitter.com/wIBsBCJGfE
— ANI (@ANI) November 1, 2019